Kota सब्जियों के दामों में बेतहाशा वृद्धि से रसोई का गड़बड़ाया बजट
कोटा न्यूज़ डेस्क, कोटा इटावा अक्टूबर महीने के पहले सप्ताह में भी प्याज और टमाटर जैसी आवश्यक सब्जियों की कीमतों में वृद्धि रहने से गृहणियों की रसोई का बजट गड़बड़ाया हुआ है। लगातार सब्जियों की बढ़ती कीमतों ने घर का बजट बिगाड़ दिया है, इससे लोग परेशान हैं। 30 रुपए किलो बिकने वाला टमाटर 80 रुपए किलो के भाव से बिक रहा है। कुछ दिन पहले प्याज 20 रुपए किलो था, जो अब 60 रुपए किलो तक पहुंच गया है। वहीं सब्जियों के राजा आलू के भी भाव बढ़ गए हैं। बाजार में इसकी कीमत 40 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है। गोभी 40-80 रुपए किलो, हरी मिर्च 60 से बढ़ कर 80 रुपए किलो हो गई है। लौकी 20 से बढ़कर 40 रुपए हो गई है। सब्जियों में स्वाद बढ़ाने वाले हरा धनिया, अदरक के दाम भी दोगुने से ज्यादा हो गए हैं। सितंबर से अब तक टमाटर, प्याज और आलू की कीमतें पहले के मुकाबले करीब 50 प्रतिशत तक बढ़ चुकी हैं।
टमाटर और प्याज के दाम हर हफ्ते बढ़ रहे हैं। दरअसल सब्जियों की आवक वाले स्थानों पर भारी बारिश होने के चलते सब्जी की फसल को नुकसान हुआ है। लगातार हो रही वर्षा के चलते सब्जियों के दामों में बीते पांच दिनों में वृद्धि हुई है। सबसे ज्यादा हरि सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी हुई है। दुकानदार बताते हैं कि कई जगह अधिक वर्षा होने के चलते खेतों में पानी भर गया है, जिस वजह से फसलें खराब हो गई हैं। सब्जी कारोबारियों के मुताबिक अभी कुछ दिन दाम बढ़े रहने के आसार नजर आ रहे हैं। आलू के दाम पांच रुपए प्रतिकिलो तक बढ़े हुए हैं। वहीं प्याज में भी सात से 10 रुपए की तेजी है। सबसे ज्यादा दाम हरा धनिया के बढ़ गए हैं, जो थोक में 400 रुपए प्रतिकिलो तक बिक रहा है। अगस्त में यही धनिया 200 रुपए प्रतिकिलो तक बिका था। लगातार बढ़ रहे सब्जियों के दाम से घर में खर्च बढ़ गया है।
महिलाएं बताती हैं कि एक ओर खाद्य तेल से दाम बढ़ने से रसोई का बजट बिगड़ा हुआ है। वहीं सब्जियों के दाम ने भी रसोई के बजट को बिगाड़ दिया है। वर्तमान में सब्जियों के भाव {आलू - 30 से 40 रुपए {प्याज - 40 से 45 रुपए {लौकी - 30 से 40 रुपए {भिंडी - 20 से 30 रुपए {कद्दू - 15 से 25 रुपए {शिमला मिर्च - 50 से 65 रुपए {हरि मिर्च - 60 से 80 रुपए {गोभी - 30 से 45 रुपए {हरा धनिया - 350 से 400 {टमाटर - 60 से 80 रुपए विगत दिनों तेज बारिश होने से सब्जियों की पैदावार प्रभावित सब्जी विक्रेता देवीलाल सुमन ने बताया कि वर्षा की वजह से टमाटर, धनिया की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।वहीं भारी बारिश से हरी सब्जियां भी खेतों में पानी भरने की वजह से डूब गई हैं। कुछ दिनों तक बढ़े हुए दामों में राहत मिलने के आसार नहीं हैं। गृहिणी नेहा ने बताया कि खाद्य तेल के बाद अब सब्जियों के दाम भी लगातार बढ़ रहे हैं। जिसके चलते रसोई का बजट बिगड़ रहा है।