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Kota सीटी स्कैन नहीं होने के कारण थाना प्रभारी को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करना पड़ा

 
Kota सीटी स्कैन नहीं होने के कारण थाना प्रभारी को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करना पड़ा
कोटा न्यूज़ डेस्क, कोटा  एमबीएस अस्पताल प्रशासन की लापरवाही का खमियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। अस्पताल प्रशासन तीन माह बाद भी सीटी स्कैन मशीन की निविदा जारी नहीं कर सका। अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन नहीं होने से गंभीर मरीजों को मजबूरन 11 किमी दूर नवीन चिकित्सालय रैफर करना पड़ रहा है, या मजबूरन निजी अस्पतालों में जाना पड़ रहा है।ऐसा ही मामला गुरुवार को भी देखने को मिला। नेशनल हाइवे 27 पर बरखेड़ा के पास सड़क दुर्घटना में बारां जिले   के अंता थाना क्षेत्र के कवाई थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर छाजूसिंह गंभीर घायल हो गए। उन्हें अंता से कोटा एमबीएस अस्पताल रैफर किया गया। यहां डॉक्टरों ने इलाज शुरू कर दिया, लेकिन सिर पर चोट होने के कारण सीटी स्कैन करना जरूरी हो गया, लेकिन अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन नहीं होने से परिजनों की अनुमति के बाद शहर एसपी के निर्देश पर ग्रीन कोरिडोर बनाकर झालावाड़ रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

वैकल्पिक व्यवस्था नहीं : जब नए अस्पताल में एमआरआई मशीन बंद हो गई तो कॉलेज प्रशासन ने उच्च स्तरीय अधिकारियों से बात कर तीन निजी अस्पतालों में गंभीर मरीजों के लिए एमआरआई की वैकल्पिक व्यवस्था करवाई, लेकिन एमबीएस अस्पताल में बीते तीन माह से अधिक समय से सीटी स्कैन मशीन नहीं होने से आसपास के निजी सेंटरों पर वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की, बल्कि 11 किमी दूर नवीन चिकित्सालय में व्यवस्था की गई।

दो माह पहले ही तैयारी करनी थी, नहीं की

एमबीएस अस्पताल में पीपीपी मोड पर सीटी स्कैन मशीन लगी थी। इसका कार्यकाल अक्टूबर में पूरा होना था, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने नई मशीन की निविदा के लिए कोई प्रयास नहीं किए। कार्यकाल पूरा होने पर फर्म ने जांच करना बंद कर दिया। उसके बाद जिला प्रशासन की दखल से वापस सीटी स्कैन मशीन चालू की गई, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने फर्म की बकाया राशि नहीं देने के कारण फर्म ने सीटी स्कैन मशीन ही हटा ली। उसके बाद विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लग गई। ऐसे में अस्पताल प्रशासन निविदा जारी नहीं कर सका। आचार संहिता हटने के बाद 17 जनवरी को वापस निविदा जारी करनी थी, लेकिन वित्त विभाग से नई निविदा जारी करने पर रोक लगाने के कारण नहीं हो सकी।  सड़क दुर्घटना में घायल हुए कवाई थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर छाजू सिंह के स्वास्थ्य में शुक्रवार को थोड़ा सुधार हुआ है। उनको अभी वेंटिलेटर पर ही रखा हुआ है। गले में छेद बनाकर श्वास का रास्ता ट्रेकियोस्टॉमी बनाया गया।