Kota सीटी स्कैन नहीं होने के कारण थाना प्रभारी को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करना पड़ा

वैकल्पिक व्यवस्था नहीं : जब नए अस्पताल में एमआरआई मशीन बंद हो गई तो कॉलेज प्रशासन ने उच्च स्तरीय अधिकारियों से बात कर तीन निजी अस्पतालों में गंभीर मरीजों के लिए एमआरआई की वैकल्पिक व्यवस्था करवाई, लेकिन एमबीएस अस्पताल में बीते तीन माह से अधिक समय से सीटी स्कैन मशीन नहीं होने से आसपास के निजी सेंटरों पर वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की, बल्कि 11 किमी दूर नवीन चिकित्सालय में व्यवस्था की गई।
दो माह पहले ही तैयारी करनी थी, नहीं की
एमबीएस अस्पताल में पीपीपी मोड पर सीटी स्कैन मशीन लगी थी। इसका कार्यकाल अक्टूबर में पूरा होना था, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने नई मशीन की निविदा के लिए कोई प्रयास नहीं किए। कार्यकाल पूरा होने पर फर्म ने जांच करना बंद कर दिया। उसके बाद जिला प्रशासन की दखल से वापस सीटी स्कैन मशीन चालू की गई, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने फर्म की बकाया राशि नहीं देने के कारण फर्म ने सीटी स्कैन मशीन ही हटा ली। उसके बाद विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लग गई। ऐसे में अस्पताल प्रशासन निविदा जारी नहीं कर सका। आचार संहिता हटने के बाद 17 जनवरी को वापस निविदा जारी करनी थी, लेकिन वित्त विभाग से नई निविदा जारी करने पर रोक लगाने के कारण नहीं हो सकी। सड़क दुर्घटना में घायल हुए कवाई थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर छाजू सिंह के स्वास्थ्य में शुक्रवार को थोड़ा सुधार हुआ है। उनको अभी वेंटिलेटर पर ही रखा हुआ है। गले में छेद बनाकर श्वास का रास्ता ट्रेकियोस्टॉमी बनाया गया।