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Kota श्रीमथुराधीश मंदिर में कोरिडोर बनाने की लिए जल्द तैयार होगी डीपीआर

 
Kota श्रीमथुराधीश मंदिर में कोरिडोर बनाने की लिए जल्द तैयार होगी डीपीआर

कोटा न्यूज़ डेस्क, लोकसभा चुनाव की आचार संहिता खत्म होते ही गुरुवार को कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा ने केडीए सचिव व अधिकारियों के साथ गुरुवार को जन-जन की आस्था के केन्द्र मथुराधीशजी मंदिर के परिक्रम मार्ग का दौरा किया। आस्था कोरिडोर कैसे बनाया जा सकता है, इस बारे में अधिकारियों, स्थानीय लोगों व मंदिर समिति से जुड़े पदाधिकारियों से चर्चा की। आस्था कोरिडोर की जल्द डीपीआर तैयार की जाएगी। विधायक शर्मा ने कहा कि लाखों लोगों की आस्था के केन्द्र मथुराधीशजी मंदिर के परिक्रमा मार्ग का विकास होगा। इससे यहां आने वाले दर्शनार्थियों को सुविधा मिलेगी। विधायक ने मथुराधीश मंदिर में दर्शन करने के बाद केडीए सचिव कुशल कुमार कोठारी व अन्य अधिकारियों के साथ मंदिर परिसर, संलग्न क्षेत्र एवं परिक्रमा मार्ग का निरीक्षण किया। उन्हें विकास के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बनाने को कहा।

कोटा में धार्मिक पर्यटन के द्वार खुलेंगे

शर्मा ने बताया कि वल्लभ सप्रदाय की सात उप पीठों में कोटा मथुराधीशजी प्रथम पीठ हैं, इसलिए इनकी मान्यता भी अधिक है। वहीं इस मंदिर का परिक्षेत्र नाथद्वारा श्रीनाथजी मंदिर क्षेत्र की प्रतिकृति ही है, इस प्रकार यदि यहां पर सपूर्ण सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएं तो नाथद्वारा की तरह ही कोटा में धार्मिक पर्यटन के द्वार खुल जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि भाजपा सरकार ने पहले बजट में मधुराधीश मंदिर समेत अन्य मंदिरों के लिए तीन सौ करोड़ का बजट दिया है। इसलिए जल्द डीपीआर बनाने का काम शुरू किया जाए। पहले चरण का काम जल्द शुरू करें और दूसरे चरण में कोरिडोर एवं पर्यटन संबंधी कार्ययोजना तैयार की जाए। इसके लिए मंदिर समिति, संत समाज, स्थानीय व्यापारियों, निवासियों और शहर के गणमान्य लोगों से सुझाव लिए जाएं।

प्राथमिकता से काम करवाएंगे

केडीए सचिव कोठारी ने उन्हें आश्वस्त करते हुए कहा कि आचार संहिता के कारण प्रोजेक्ट में देरी हुई है। अब लोगों की धार्मिक भावनाओं का आदर करते हुए मंदिर कोरिडोर एवं परिक्रमा मार्ग के विकास कार्य प्राथमिकता से करवाए जाएंगे। इस दौरान अधीशासी अभियंता नवीन सिंहल सहित अन्य अधिकारी एवं अभियंता उपस्थित रहे। निरीक्षण में वार्ड पार्षद दिलीप अरोड़ा, हरीश राठौड़, राजेन्द्र गौतम, रासबिहारी पारीक, तेजकरण अंची, त्रिलोक जैन, शैलेन्द्र मेहरा सहित कई व्यापारी और स्थानीय लोग उपस्थित थे।