Kota आईआईटी एडमिशन के लिए 48,248 विद्यार्थियों को काउंसलिंग 10 जून से शुरू

कोटा न्यूज़ डेस्क, देश के आईआईटी एनआईटी समेत 121 इंजीनियरिंग संस्थानों की 50 हजार से ज्यादा सीटों के लिए आयोजित की जा रही जोसा काउंसलिंग आज 10 जून से शुरू होगी। 5 राउंड में होने वाली जोसा काउंसलिंग के लिए विद्यार्थी 10 से 18 जून के बीच 600 से ज्यादा कॉलेज ब्रांच की प्राथमिकता तय कर सकेंगे। करियर काउंसलिंग विशेषज्ञ अमित आहूजा ने बताया कि इस साल जेईई एडवांस परीक्षा के लिए 1 लाख 86 हजार 584 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जिसमें 1 लाख 80 हजार 200 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए, जिनमें से 48 हजार 448 विद्यार्थी काउंसलिंग के लिए पात्र घोषित किए गए। काउंसलिंग के लिए अर्हता प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में से सामान्य वर्ग के 14 हजार 319, ओबीसी के 10 हजार 39, ईडब्ल्यूएस के 5 हजार 508, एससी के 13 हजार 835, एसटी के 5 हजार 87 विद्यार्थी काउंसलिंग के लिए पात्र घोषित किए गए। काउंसलिंग के लिए अर्हता प्राप्त करने वाले कुल विद्यार्थियों में से 40 हजार 284 लड़के और 7 हजार 964 लड़कियां हैं। विदेशी नागरिकता और विदेशी नागरिकता वाले विद्यार्थियों में से 331 विद्यार्थी एनआरआई और 158 विदेशी नागरिक कोटे से परीक्षा में शामिल हुए। इनमें से ओसीआई श्रेणी से 179 और विदेशी नागरिकता से 7 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। आईआईटी मद्रास जोन से सबसे ज्यादा क्वालिफाई
आहूजा ने बताया कि इस साल सबसे ज्यादा 11 हजार 180 छात्र आईआईटी मद्रास जोन से क्वालिफाई हुए, इसके बाद आईआईटी 10 हजार 255, आईआईटी मुंबई जोन 9 हजार 489, आईआईटी रुड़की जोन 5 हजार 136, कानपुर जोन 4 हजार 928, भुवनेश्वर जोन 4 हजार 811 और सबसे कम 2 हजार 458 छात्र आईआईटी गुवाहाटी जोन से काउंसलिंग के लिए क्वालिफाई हुए।
किस आईआईटी में किस रैंक पर कौन सी ब्रांच मिलेगी?
आहूजा ने बताया कि जिन छात्रों की ऑल इंडिया रैंक 100 से कम है, उन्हें टॉप आईआईटी बॉम्बे, दिल्ली, कानपुर, मद्रास में कंप्यूटर साइंस मिलने की संभावना है। छात्रों की पहली पसंद देखें तो आईआईटी मुंबई सीएस ब्रांच रहती है, जो टॉप-61 पर बंद होती है। इसके बाद छात्र दूसरी प्राथमिकता दिल्ली सीएस को देते हैं। तीसरी प्राथमिकता में कानपुर और मद्रास की कंप्यूटर साइंस ब्रांच दी जाती है।
- 100 से 500 रैंक के बीच दिल्ली, कानपुर की एमएनसी, उक्त चारों आईआईटी की इलेक्ट्रिकल, खड़गपुर की सीएस मिल सकती है।
- 500 से 1000 के बीच बीएचयू, रुड़की, हैदराबाद, गुवाहाटी, मुंबई, दिल्ली, कानपुर की कोर ब्रांच की सीएस मिलने की संभावना है। - 1000 से 4000 के बीच रैंक पाने वाले छात्रों को गांधीनगर, इंदौर, रूपनगर, मंडी, जोधपुर, धनबाद, पटना, भुवनेश्वर में कंप्यूटर साइंस के अलावा मुंबई, दिल्ली, कानपुर, खड़गपुर आईआईटी में मैकेनिकल, केमिकल, सिविल, एयरोस्पेस, प्रोडक्शन आदि ब्रांच मिलने की संभावना है।
- 4000 से 8000 के बीच रुड़की, गुवाहाटी, खड़गपुर, हैदराबाद, वाराणसी में सिविल, केमिकल, मेटलर्जी और मुंबई, दिल्ली, कानपुर, मद्रास में लोअर ब्रांच, पलक्कड़, तिरुपति, गोवा, धारवाड़, भिलाई, जम्मू में सीएस मिलने की संभावना है।
- 8000 से 12000 के बीच रैंक हासिल करने वाले छात्रों को रोपड़, मंडी, इंदौर, गांधीनगर, जोधपुर, भुवनेश्वर, पटना, धनबाद में कोर ब्रांच के साथ-साथ पुराने सात आईआईटी में बायोलॉजिकल साइंस, नेवल आर्किटेक्चर, माइनिंग इंजीनियरिंग, पॉलीमर साइंस, सिरेमिक इंजीनियरिंग जैसी ब्रांच मिलने की संभावना है।
- 12 से 17 हजार के बीच रैंक हासिल करने वाले छात्रों को पलक्कड़, तिरुपति, गोवा, धारवाड़, भिलाई, जम्मू जैसी नई आईआईटी में अन्य ब्रांच मिलने की संभावना है।
श्रेणी के अनुसार आईआईटी ब्रांच मिलने की संभावना अलग-अलग होती है। साथ ही, छात्राओं को दिए जाने वाले 20% फीमेल पूल कोटा से कम रैंक वाली छात्राओं के लिए भी उपरोक्त आईआईटी में ब्रांच मिलने की संभावना बढ़ जाती है। आहूजा ने कहा कि जिन छात्रों की जेईई-एडवांस्ड ऑल इंडिया रैंक बहुत कम है, उनके पास जेईई-एडवांस्ड के आधार पर आईआईपीई विशाखापत्तनम, राजीव गांधी पेट्रोलियम, आईआईएसईआर, आईआईएसटी में आवेदन करने का विकल्प है। इन सभी संस्थानों के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
ओपन रैंक पर होगा पहला आवंटन
विशेषज्ञ आहूजा के अनुसार, जोसा काउंसलिंग द्वारा दिए गए व्यावसायिक नियम के अनुसार, सभी छात्रों को उनकी रैंक के अनुसार कॉलेज सीट आवंटन में पहला सीट आवंटन ओपन रैंक पर किया जाएगा। यदि ओपन रैंक पर सीट उपलब्ध नहीं है, तो श्रेणी के छात्रों को उनकी श्रेणी रैंक के अनुसार कॉलेज सीट आवंटित की जाएगी। इस तरह, श्रेणी के छात्र ओपन और श्रेणी दोनों से अपनी रैंक के अनुसार सीटें प्राप्त कर सकते हैं।
ऑनलाइन रिपोर्टिंग में आवश्यक दस्तावेज
विशेषज्ञ आहूजा के अनुसार, जोसा काउंसलिंग में सीट आवंटन के बाद, छात्रों को ऑनलाइन रिपोर्टिंग में 10वीं, 12वीं की मार्कशीट, श्रेणी प्रमाण पत्र, रद्द चेक की फोटोकॉपी, मेडिकल प्रमाण पत्र आदि को स्कैन करके अपलोड करना होगा। ईडब्ल्यूएस और ओबीसी छात्रों को 1 अप्रैल, 2024 के बाद श्रेणी प्रमाण पत्र जमा करना होगा। अन्यथा उनकी श्रेणी रद्द कर दी जाएगी और ओपन रैंक से सीट आवंटित की जाएगी। छात्रों को अपनी पसंद के अवरोही क्रम में अधिक से अधिक कॉलेजों के विकल्प भरने चाहिए।