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कोटा में कैफे संचालक की गुंडागर्दी: रास्ते से गाड़ियां हटाने और नाबालिगों को सिगरेट पीने से रोकना पड़ा परिवार को महंगा, मां-बेटी सहित कई घायल

 
कोटा में कैफे संचालक की गुंडागर्दी: रास्ते से गाड़ियां हटाने और नाबालिगों को सिगरेट पीने से रोकना पड़ा परिवार को महंगा, मां-बेटी सहित कई घायल

कोटा में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां कैफे संचालक और उसके साथियों ने एक परिवार के साथ जमकर मारपीट की। विवाद की शुरुआत तब हुई जब पीड़ित परिवार ने अपने घर के बाहर रास्ते को अवरुद्ध कर खड़ी की गई गाड़ियों को हटाने के लिए कहा। इसके अलावा, उन्होंने कैफे में मौजूद नाबालिग बच्चों को सिगरेट पीने से रोकने की सलाह दी थी। लेकिन यह बात कैफे संचालक और उसके साथियों को नागवार गुजरी, जिसके बाद उन्होंने गुस्से में आकर परिवार पर हमला बोल दिया।

घटना में मां-बेटी समेत परिवार के कई सदस्य घायल हो गए। मारपीट के दौरान आरोपियों ने पीड़ितों के साथ बदसलूकी करते हुए उनका मोबाइल फोन और सोने की चेन भी छीन ली। इस दौरान महिलाओं को भी नहीं बख्शा गया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। पीड़ित परिवार ने मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई है।

पीड़ितों का आरोप है कि कैफे संचालक के कैफे में अक्सर नाबालिग लड़के-लड़कियां आते हैं और वहीं खुलेआम सिगरेट पीते हैं। इससे मोहल्ले में गलत माहौल बन रहा था और कई बार निवासियों ने इस पर आपत्ति भी जताई थी। आरोपी इस बात को लेकर पहले से ही खुन्नस रखता था। शनिवार देर शाम जब परिवार ने फिर से गाड़ियां हटाने और गलत गतिविधियों पर रोक लगाने की बात कही, तो आरोपी और उसके साथियों ने गाली-गलौज करते हुए हमला कर दिया।

मारपीट की जानकारी मिलते ही आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और किसी तरह बीच-बचाव कर दोनों पक्षों को अलग किया। इसके बाद पीड़ितों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका प्राथमिक उपचार किया गया। कुछ लोगों को गंभीर चोटें भी आई हैं।

पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है और आरोपियों के खिलाफ मारपीट, लूट और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है और जल्द ही गिरफ्तारी की बात कही जा रही है। पुलिस ने आसपास लगे CCTV कैमरों की भी जांच शुरू कर दी है, ताकि पूरे मामले की वास्तविक तस्वीर सामने आ सके।

स्थानीय निवासियों ने बताया कि इस कैफे पर पहले भी अनुशासनहीनता और बदसलूकी की शिकायतें हो चुकी हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। लोगों का कहना है कि यहां रात देर तक शोर-शराबा रहता है और नशा करने जैसी गतिविधियाँ भी होती हैं। उन्होंने पुलिस प्रशासन से इस कैफे पर कड़ी निगरानी और कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसे विवाद दोबारा न हों।

पीड़ित परिवार का कहना है कि उन्हें इंसाफ चाहिए और आरोपियों को सख्त सज़ा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि घर के बाहर सुरक्षित वातावरण की मांग करना कोई अपराध नहीं है। कोटा शहर में इस तरह की घटनाओं ने सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और कहा है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। शहरवासियों को उम्मीद है कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई होगी, ताकि ऐसी गुंडागर्दी पर रोक लग सके और आम नागरिक खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें।