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Kota कार में दम घुटने से 3 साल की बच्ची की मौत, घर में मातम

 
Kota कार में दम घुटने से 3 साल की बच्ची की मौत, घर में मातम 

कोटा न्यूज़ डेस्क, कार में दम घुटने के कारण 3 साल की बच्ची की मौत हो गई। वह 2 घंटे तक कार में बंद रही। इस दौरान बच्ची के माता-पिता शादी समारोह में व्यस्त थे। मामला कोटा के खातौली थाना क्षेत्र के जोरावरपुरा गांव का बुधवार शाम 5 बजे है। खातौली थाना क्षेत्र की केथुदा चौकी प्रभारी भरत गुर्जर ने बताया- कोटा की इंद्रा कॉलोनी निवासी प्रदीप नागर पत्नी ज्योति और बेटी गौरी (7) व गर्वी (3) के साथ जोरावरपुरा गांव आए थे। उनके फूफा ससुर के बेटे के लग्न का कार्यक्रम था। प्रदीप परिवार के साथ दोपहर करीब 3 बजे कार से पहुंचे थे। सभी लोग कार से उतर गए और बच्चे खेलने में लग गए। खेलते-खेलते बच्ची कब कार में चली गई, माता-पिता को पता नहीं चला। सभी फंक्शन में व्यस्त हो गए। करीब 5 बजे प्रदीप ने पत्नी से बच्ची के बारे में पूछा तो दोनों ने एक दूसरे के साथ बच्ची होने की बात कही। उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर तलाश शुरू की। जब कार में झांक कर देखा तो बच्ची अंदर बेहोश हालत में थी। उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

पिता ने गलती से कर दी कार लॉक

पिता प्रदीप ने बताया- गांव में घर के बाहर कार पार्क की थी। हमें मालूम नहीं चला कि गर्वी खेलते हुए कब वापस कार में बैठ गई। मैंने गाड़ी लॉक कर दी और अंदर चला गया। हम पति-पत्नी शादी में अलग-अलग जगह बैठ गए। दो घंटे बाद वापस हम पति-पत्नी मिले तो मैंने गर्वी के बारे में पूछा। पत्नी ज्योति ने कहा कि वो तो आपके साथ थी ना। प्रदीप ने बताया- दोनों ने मिलकर करीब 10 मिनट तक कार्यक्रम स्थल पर उसे ढूंढा। जब हम कार के पास पहुंचे तो गर्वी कार में दिखाई दी। उसके शरीर में हलचल नहीं थी। उसे अस्पताल लेकर आए, लेकिन वह दम तोड़ चुकी थी।

घटना की सूचना के बाद खतौली पुलिस मौके पर पहुंची और जानकारी ली। परिजनों ने कार्रवाई से मना कर दिया। घटना के बाद बच्ची के माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल था। शादी की खुशी भी गम में बदल गई। गर्वी के पिता प्रदीप कोटा के नया गांव में मेडिकल स्टोर चलाते हैं। घर में इन चारों के अलावा दादा-दादी हैं। बच्ची के दादा रिटायर्ड थानेदार हैं। पिता प्रदीप ने बताया कि 4 मई को ही गर्वी का जन्मदिन मनाया था। CHC इटावा के ड्यूटी ऑफिसर डॉ. प्रशांत मीणा ने बताया- शीशे पैक हो जाने से गाड़ी का टेम्प्रेचर 60 डिग्री तक बढ़ जाता है। ऐसे में ऑक्सीजन कम हो जाती है। इस कारण से पैक गाड़ी में दम घुटने लगता है और मौत हो जाती है।