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Kota गांधी सागर बांध से हर सैकंड 2 लाख 78 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा

 
Kota गांधी सागर बांध से हर सैकंड 2 लाख 78 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा
कोटा न्यूज़ डेस्क, कोटा  हाड़ौती अंचल व मध्यप्रदेश में भारी बारिश से चम्बल के बांधों में पानी की जोरदार आवक हो रही है। सोमवार को कोटा बैराज के 10 गेट खोलकर 1 लाख 45 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। इसके चलते कोटा से धौलपुर तक अलर्ट जारी किया हुआ है। जिला प्रशासन ने शाम 7 बजे बाद कोटा बैराज से ढाई लाख क्यूसेक पानी निकासी को लेकर भी अलर्ट जारी किया और निचली बस्तियों में मुनादी करवा दी। कोटा बैराज से पानी छोड़ने से कोटा शहर में चम्बल की रियासतकाली पुलिया डूब गई। प्रशासन ने सतर्कता के तौर पर पुलिस बल तैनात कर दिया। इसके चलते पुलिया आवाजाही बंद कर दी गई। वाहनों को चम्बल के बड़े पुल से होकर निकाला जा रहा है।

गांधी सागर बांध से पानी की आवक के बाद रावतभाटा िस्थत राणा प्रताप सागर बांध के पांच गेट खोल दिए। सोमवार दोपहर 1 बजे बांध का पहला गेट खोला गया और 20-20 मिनट के अंतराल में 3 गेट खोलकर 85 हज़ार क्यूसेक पानी की निकासी की गई। पिछले 20 घंटे से राणा प्रताप सागर बांध में 2 लाख 78 हजार क्यूसेक पानी की आवक बनी हुई है। रविवार शाम 5 बजे बांध का जलस्तर 1145.40 फीट था, जो सोमवार शाम 5 बजे 1155.52 फीट हो गया। बीते 24 घंटे में बांध 10 फीट से अधिक भरा। बांध की भराव क्षमता के नजदीक पहुंचने और आवक लगातार बनी रहने की वजह से शाम 6 बजे बाद बांध के और गेट खोले जाने की तैयारी कर ली है।

जवाहर सागर बांध के भी 6 गेट खोले गए और यहां 1 लाख 56 हजार 650 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। यहां विद्युत उत्पादन कर 10 हजार 854 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इधर गांधी सागर बांध के 5 बड़े और 7 छोटे गेटों से पानी की निकासी की जा रही है। यहां पिछले 24 घंटे से गेट खुले हुए हैं। बांध का जलस्तर 1312 फीट पूर्ण भराव क्षमता के मुकाबले 1310.41 दर्ज किया गया है। गांधी सागर बांध से हर सैकंड 2 लाख 78 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा। राणा प्रताप सागर बांध से भी प्रति सैकंड पहले 3 गेटों से 85000 क्यूसेक पानी की निकासी की गई। शाम 5 बजे 5 गेट खोलकर प्रति सैकंड 2 लाख 75 हजार 490 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है।

देर शाम सात बजे कोटा बैराज से ढाई लाख क्यूसेक पानी की निकासी की सूचना पर जिला प्रशासन ने निचले क्षेत्रों में अलर्ट जारी करते हुए बस्तियों को सतर्क रहने को कहा। प्रशासन ने बताया कि नयापुरा रोडवेज बस स्टैण्ड, मथुराधीशजी मंदिर के घाट के पास माताजी के द्वार के मध्य में, जामा मजिस्द के पास, शवदाह घाट के पास, जनाना घाट के सामने आदि क्षेत्रों में पानी आ सकता है। इसलिए रात को मकान खाली कराए जा सकते हैं। नगर निगम, आपदा राहत टीमों को मौके पर रवाना कर दिया है। इस मानसून सीजन में पहली बार राणा प्रताप सागर बांध और जवाहर सागर बांध के गेट स्काडा सिस्टम से खोले गए। पानी की हर बूंद की आवक जावक स्काडा माध्यम से स्काडा सेंटर में मापी जा रही है। गेट का ऑपरेशन हैंडलिंग कार्य स्काडा के माध्यम से हो रहा है। इस योजना में 2 करोड़ 35 लख रुपए की लागत आई है। स्काडा सेंटर पर दोपहर 1 बजे जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता एजाजुद्दीन अंसारी, अधिशासी अभियंता रवींद्र कटारा, एसडीएम दीपक सिंह खटाना, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद्र मिश्रा, उपाधीक्षक प्रभुलाल कुमावत, पन बिजलीघर अधिशासी अभियंता आशीष जैन, सहायक अभियंता संकुल राजोरिया, हरीश तिवारी, विजय महावर समेत अधिकारी मौजूद रहे।|