Aapka Rajasthan

Karoli गर्मी की शुरुआत के साथ ही गांवों में पेयजल संकट गहराने लगा

 
Karoli गर्मी की शुरुआत के साथ ही गांवों में पेयजल संकट गहराने लगा
करौली न्यूज़ डेस्क, करौली गर्मी की शुरुआत के साथ ही गांवों में पेयजल संकट गहराने लगा है। डांग क्षेत्र के गांवों में दशकों बाद भी लोग पानी की समस्या से त्रस्त है। क्षेत्र में जीवनदायनी कहा जाने वाला जिले का प्रमुख कालीसिल बांध भी लोगों की प्यास नहीं बुझा पा रहा है। जबकि यह हर साल बरसात के दिनों में लबालब हो जाता है। फसलों को सिंचाई के लिए पानी छोड़ने के बाद भी इसमें पर्याप्त पानी रहता है, लेकिन फिर भी क्षेत्र के गांवों में पेयजल संकट व्याप्त है। क्योंकि बांध को लिफ्ट परियोजना से नहीं जोड़ा जा रहा है। पूर्व में सपोटरा के कालीसिल बांध से लिफ्ट परियोजना के तहत डांग क्षेत्र के गांवों में पेयजल आपूर्ति करने की मांग लोग कर चुके है।

गांवों में पेयजल समस्या के समाधान के लिए करोड़ों रुपए की जलयोजनाएं संचालित करने के सरकार के दावे धरातल पर खोखले साबित हो रहे हैं। महिलाओं को सुबह उठते ही पानी के लिए भागदौड़ करनी पड़ती है। तो कहीं कुओं या अन्य जलस्रोतों पर पानी भरने के लिए भीड़ लगी रहती है। न तो लोगों को जल जीवन मिशन योजना का लाभ मिल रहा है न नलकूपों से पर्याप्त जलापूर्ति हो रही है। गांवों में करोड़ों रुपए की लागत से निर्मित जेजेएम योजना ठेकेदार की लापरवाही से बंद पड़ी है। सनेट ग्राम पंचायत की गंभीर नदी में खोदे गए नलकूपों से पाइप लाइन बिछाने का कार्य अधूरा होने से कई मोहल्लों के लोग जलापूर्ति से वंचित है। कई जगह पाइप लाइन नहीं बिछाई गई है। ऐसे में पेयजल संकट छाया हुआ है। जल जीवन मिशन योजना के तहत बनाई टंकी भी खाली पड़ी है। जेजेएम योजना के तहत करोड़ों रुपए की लागत से बने उच्च जलाशय भी रीते हैं। ग्राम पंचायत सरपंच प्रतिनिधि हरीसिंह मीना ने बताया कि संबंधित विभाग के अधिकारियों व ठेकेदार को कई बार अवगत कराया, लेकिन समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियंता परवेंद्र सिंह ने बताया कि गम्भीर नदी में खोदे गए नलकूपों से पाइप लाइन नहीं जोड़ने से जलापूर्ति नहीं हो पा रही है। इस बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है।