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Karoli हाईकोर्ट के विजिलेंस रजिस्ट्रार ने कार्मिकों और वकीलों के बयान दर्ज किए

 
Karoli हाईकोर्ट के विजिलेंस रजिस्ट्रार ने कार्मिकों और वकीलों के बयान दर्ज किए

करौली न्यूज़ डेस्क, करौली नादौती क्षेत्र के लोगों को पेयजल किल्लत की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। सवाई माधोपुर नादौती चंबल पेयजल परियोजना व प्रधानमंत्री जल जीवन मिशन परियोजना का लाभ नहीं मिलने से पेयजल समस्या गहराने लगी है। चंबल पेजयल परियोजना से जुड़े कस्बा शहर, कूंजैला, कैमरी, मेडेकापुरा, बरदाला, बागौर पंचायत मुख्यालय सहित इसके अंतर्गत आने वाले दर्जनों छोटे बड़े गांवों में अनियमित जलापूर्ति होने से समस्या चल रही है। ग्रामीणों ने बताया कि सप्ताह में एक दिन जलापूर्ति होती है, लेकिन यह भी पर्याप्त नहीं होती। अवैध नल कनेक्शनों के कारण लोगों को पर्याप्त जल नहीं मिल रहा। इसके अलावा क्षेत्र के जलस्रोत भी बरसात की कमी से सूखे पड़े हैं। प्रधानमंत्री जलजीवन मिशन योजना का कार्य बहुत धीमी गति से चल रहा है। गांवों में बनाए गए अधिकांश उच्च जलाशयों को पाइप लाइन से नहीं जोड़ा है न ही कई गांवों में पाइप लाइन बिछी है। जन स्वास्थ अभियांत्रिकी विभाग के कनिष्ट अभियंता जे.पी. मीना का कहना है कि खेतों में खडी रबी की फसल कट चुकी है। शीघ्र ही आगामी दिनों में जलजीवन मिशन योजना के कार्य को द्रुत गति से शुरू किया जाएगा।

हिण्डौनसिटी. दुष्कर्म पीड़ित युवती के 164 के बयान के बाद मजिस्ट्रेट के खिलाफ चोटें देखने के लिए कपड़े खोलने को कहने के आरोप की प्राथमिकी दर्ज कराने के मामले में मंगलवार को राजस्थान हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार (विजलेंस) हिण्डौनसिटी आए। यहां उन्होंने न्यायालय परिसर के एक बंद कक्ष में मामले में न्यायिक कर्मचारियों और कुछ अधिवक्ताओं के बयान दर्ज किए। साथ ही कथित आरोपी मजिस्ट्रेट से भी प्रकरण में पूछताछ की। न्यायिक सूत्रों के अनुसार राजस्थान हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार(विजलेंस) अजयसिंह दोपहर बाद न्यायालय परिसर पहुंचे। जहां उन्होंने न्यायालय परिसर की विभिन्न अदालतों में कार्यरत करीब एक दर्जन न्यायिक कर्मचारियों से प्राथमिकी में पीड़िता की ओर से मजिस्ट्रेट पर लगाए आरोपों के बारे में बयान दर्ज किए। वहीं कई वकीलों से भी पूछताछ कर बयान दर्ज किए। रजिस्ट्रार (विजलेंस) करीब चार घंटे तक रुके। इस दौरान उन्होंने मामले के लिए अन्य न्यायिक अधिकारियों से भी जानकारी ली। गौरतलब है कि सदर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी पीड़िता ने डीएसपी कार्यालय में परिवाद के जरिए 30 मार्च को कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई कि दुष्कर्म के मामले में 164 के बयान दर्ज कराने के बाद मजिस्ट्रेट ने उससे चोट देखने के लिए कपड़े खोलने को कहा था। जिसका महिला अधिकारी नहीं होने पर उसने मना कर दिया। हालांकि प्राथमिकी में मजिस्ट्रेट का नाम उल्लेख नहीं है।