रणथंभौर से कैला देवी वन्य जीव अभ्यारण्य पहुंचा बाघिन T-84 एरोहेड का नर शावक, ये जोन बनेगा नया आशियाना

रणथंभौर टाइगर रिजर्व से एक बड़ी खबर सामने आई है। बाघिन टी-84 'एरोहेड' के नर शावक को मंगलवार रात करौली जिले के कैला देवी वन्य जीव अभ्यारण्य में सफलतापूर्वक शिफ्ट कर दिया गया है। इस शावक को कैला देवी अभ्यारण्य के विशेष बाड़े में रखा गया है, जहां अगले आदेश तक यह निगरानी में रहेगा।
बाकी दो शावकों को भी किया जाएगा शिफ्ट
वन विभाग की टीम ने देर रात इस शिफ्टिंग प्रक्रिया को अंजाम दिया है। हालांकि विभाग की ओर से इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन वन सूत्रों के अनुसार यह नर शावक टी-84 के तीन शावकों में से एक है। इन शावकों को शिफ्ट करने की अनुमति राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने पहले ही दे दी थी। बाकी दो शावकों को भी जल्द ही अन्य सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाएगा। शावक की सुरक्षा और देखभाल के लिए कैला देवी अभ्यारण्य में एक अस्थायी चौकी बनाई गई है। वनकर्मियों की एक विशेष टीम लगातार शावक की निगरानी कर रही है, ताकि उसके स्वास्थ्य और व्यवहार अनुकूलन पर नजर रखी जा सके।
रणथंभौर टाइगर रिजर्व का बफर जोन
कैला देवी टाइगर रिजर्व करौली-धौलपुर अभ्यारण्य का हिस्सा है और इसे रणथंभौर टाइगर रिजर्व का बफर जोन माना जाता है। यहां बाघों के लिए अनुकूल वातावरण और सुरक्षित परिवेश उपलब्ध है, जिसके चलते उनकी संख्या बढ़ाने की दिशा में यह कदम महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वन्यजीव प्रेमियों और संरक्षण अधिकारियों के लिए यह शिफ्टिंग एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, जो भविष्य में बाघ संरक्षण के लिए नए रास्ते खोल सकती है।