Karoli रासलीला का मंचन देख दर्शक मंत्रमुग्ध, जयकारे गूंजने लगे
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करौली न्यूज़ डेस्क, करौली दाऊजी मन्दिर में चल रहे नवकुण्डीय श्रीलक्ष्मी नारायण महायज्ञ में मंगलवार को जयकारों से माहौल धर्ममय हो गया। आचार्य पंडित अशोक दीक्षित ने वेदमंत्रों से आहुति दिलाई। मुय यजमान धर्मेंद्रसिंह राजावत व उनकी पत्नी सहित अन्य ने हवन में आहुतियां दी। इससे पहले सैकड़ों महिला पुरुषों में भजनों के बीच यज्ञवेदी की परिक्रमा लगाई। रासलीला में वृंदावन के स्वामी रामस्वरूप जी शर्मा के नेतृत्व में तीन दर्जन से अधिक कलाकारों ने भगवान श्री कृष्ण की जन्म लीला का मंचन किया। इस दौरान गूंजे बांके बिहारी के जयकारों से माहौल भक्तिमय बन गया। रासलीला के शुभारंभ में समाजसेवी लोगों ने राधा कृष्ण की झांकी की आरती उतार पूजन किया। इधर सुबह 10 बजे से शुरू हुई भागवत कथा में वृंदावन सुदामा कुटी के आचार्य सौमित्री दास महाराज ने कृष्ण भगवान की जन्म की लीला का वर्णन किया।
उन्होंने कहा कि जब-जब धरती पर असुरों का प्रभाव बढ़ता है तब-तब भगवान अवतार लेते हैं। मनुष्य को जन्म मरण से छुटकारा पाने के लिए भक्ति करनी चाहिए। यह मानव शरीर 84 लाख योनियों में भटकने के बाद मिलता है। इसलिए मानव को अच्छे कर्म करने चाहिए। कभी भी अहंकार नहीं करना चाहिए। कथा में आचार्य ने एक से बढ़कर एक भजन प्रस्तुत किए। जिन पर महिलाओं ने नृत्य किया। जयकारों से माहौल धर्ममय हो गया। भागवत कथा के समापन के मौके पर आरती उतारकर प्रसादी का वितरण किया गया। आचार्य ने बताया कि बुधवार को भागवत कथा में कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया जाएगा। इधर दाऊजी मन्दिर में पुजारी मोहनलाल शर्मा ने दाऊजी महाराज का पंचामृत से अभिषेक कर झांकी सजाई।