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करौली के अमृतलाल मीणा की संदिग्ध मौत, RAS-2013 पेपर लीक मामला फिर सुर्खियों में

 
करौली के अमृतलाल मीणा की संदिग्ध मौत, RAS-2013 पेपर लीक मामला फिर सुर्खियों में

राजस्थान के करौली जिले के रहने वाले अमृतलाल मीणा, जो कि RAS-2013 पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड माने जाते थे, की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार, वह वाराणसी के एक प्राइवेट अस्पताल में 21 से 23 अगस्त तक भर्ती थे। 24 अगस्त को उन्हें जयपुर ले जाते समय आगरा के पास उनकी मृत्यु हो गई।

परिजनों ने इस मौत को संदिग्ध बताया है और हत्या का आरोप लगाते हुए नादौती थाना, करौली में मामला दर्ज कराया है। परिजनों का कहना है कि अमृतलाल को जहर देकर मारा गया और इसके पीछे किसी साजिश की संभावना है। परिवार ने पुलिस और प्रशासन से न्याय की मांग की है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, FIR दर्ज कर मामले की जांच वाराणसी पुलिस को सौंपी गई है। मामला सिगारा थाना, वाराणसी भेजा गया है। पुलिस ने प्रारंभिक तौर पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है और अस्पताल में भर्ती के दौरान और यात्रा के दौरान क्या हुआ, इस पर विस्तार से जांच कर रही है।

RAS-2013 पेपर लीक मामले की पृष्ठभूमि भी काफी संवेदनशील रही है। अमृतलाल मीणा इस मामले में मुख्य आरोपी थे और उन पर परीक्षा प्रणाली में सेंध लगाने और लीक करने का आरोप था। उनकी मौत के बाद इस पूरे मामले में नए सवाल खड़े हो गए हैं और समाज में चर्चा का विषय बन गया है।

स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने कहा है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों को कानून के तहत दंडित किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अस्पताल के रिकॉर्ड की जांच के बाद ही मौत की वास्तविक वजह सामने आएगी।

परिवार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अमृतलाल को न्याय दिलाने के लिए वे पूरे कानूनी तरीके से लड़ेंगे। उनका दावा है कि किसी राजनीतिक या साजिश के तहत उनकी हत्या की गई है और इसके पीछे गहरी साजिश हो सकती है। परिवार ने राज्य और केंद्र सरकार से मामले में सख्त और त्वरित कार्रवाई की मांग की है।

विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के हाई प्रोफाइल मामलों में संदिग्ध मौतें हमेशा जांच और सुरक्षा के मुद्दे को बढ़ा देती हैं। उन्होंने अपील की है कि मामले की सभी पहलुओं से जांच की जाए, ताकि वास्तविक सच्चाई सामने आ सके और न्याय सुनिश्चित हो।

करौली और वाराणसी दोनों ही इलाकों में इस घटना ने राजनीतिक और सामाजिक हलचल पैदा कर दी है। लोगों का कहना है कि अमृतलाल की मौत ने RAS-2013 पेपर लीक मामले की जांच और न्याय की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है।

इस तरह, अमृतलाल मीणा की संदिग्ध मौत ने एक बार फिर RAS-2013 पेपर लीक मामले को सुर्खियों में ला दिया है। प्रशासन और पुलिस की सक्रियता और जांच की पारदर्शिता इस मामले में न्याय दिलाने के लिए अहम साबित होगी।