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Karoli 24 प्रखंडों में शत-प्रतिशत किसानों के खेतों में सूक्ष्म सिंचाई संयंत्र लगाये जायेंगे

 
Karoli 24 प्रखंडों में शत-प्रतिशत किसानों के खेतों में सूक्ष्म सिंचाई संयंत्र लगाये जायेंगे
करौली न्यूज़ डेस्क, करौली  साधना कॉलोनी में गुरुवार रात को चोरों ने सूने मकान में चोरी की वारदात को अंजाम दे दिया। शुक्रवार दोपहर में गांव से लौटे गृह स्वामी को टूटे ताले और कमरों में सामान बिखरा देख चोरी होने का पता चला। सूचना पर नई मंडी थाना पुलिस ने घटना स्थल का मौका मुआयना किया। पीड़ित रामेश्वर जाट ने थाने में घटना की रिपोर्ट पेश की है। हिण्डौन पंचायत समिति के सहायक विकास अधिकारी रामेश्वर जाट ने बताया कि वे 7 फरवरी को अपने गांव बाईजट्ट गए थे। पिता के तीर्थ यात्रा से लौटने पर परिवार के अन्य सदस्यों के गांव में होने से मकान सूना हो गया। शुक्रवार को दोपहर में गांव लौट मुख्यद्वार का ताला खोल अंदर जाने पर कमरों के दरवाजे और आलमारियों के खुले होने के साथ फर्श पर सामान बिखरा पड़ा था। चोर आलमारी में रखे 20 हजार रुपए व एक लेपटॉप को चोरी कर ले गए। चोरों ने गहने और नकदी के तलाशी में मकान के तीन कमरों और आधा दर्जन आलमारियों को खंगाल डाला। घटना की सूचना देने पर पुलिस ने मौका मुआयना किया। साथ ही चोरों के बारे में सुराग जुटाने के लिए आस-पास के मकानों पर लगे सीसी टीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाले।

टोडाभीम कस्बे के मांचड़ी रोड पर संचालित कृषि उपज मंडी में एक सप्ताह पूर्व व्यापारियों और पल्लेदारों के बीच हुए विवाद के चलते शुक्रवार को पांचवें दिन भी मंडी में कारोबार बंद रहा। मामले को लेकर शुक्रवार को मंडी समिति पदाधिकारी पुष्पेंद्र चतुर्वेदी ने पल्लेदारों एवं व्यापारियों को मंडी परिसर में बुलवाया और दोनों पक्षों के बीच मामले को सुलझाने का प्रयास किया। मंडी परिसर में मंडी समिति पदाधिकारी द्वारा देर शाम तक दोनों पक्षों के बीच समझाइश का प्रयास किया गया। लेकिन सहमति नहीं बन पाई। जिसके चलते मंडी खुलने का कोई निर्णय नहीं हो पाया। इधर कृषि उपज मंडी के लगातार पांच दिन बंद रहने से जहां एक ओर लगभग एक करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ है। वहीं दूसरी ओर किसानों को अपने कृषि जिंसों को बेचने के लिए 25 किलोमीटर दूर महवा या 40 किलोमीटर दूर हिंडौन कृषि उपज मंडी में जाना पड़ रहा है।

वहीं आगामी दिनों में सरसों की फसल की कटाई शुरू होने पर किसानों को अपनी फसल को बेचने के लिए 25 से 40 किलोमीटर दूर जाना पड़ेगा, जिसको लेकर मंडी नहीं खुलने से किसानों की चिंता भी बढ़ रही है। उक्त मामले को लेकर मंडी समिति के पदाधिकारी पुष्पेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि मामले को सुलझाने के लिए शुक्रवार को व्यापारियों और पल्लेदारों को मंडी परिसर में बुलवाया गया और दोनों पक्षों से समझाइश के हर संभव प्रयास किए गए। प्रयास के दौरान मुख्य विवाद तो सुलझ गया परंतु कुछ शर्तों को लेकर मंडी खोलने का निर्णय नहीं हो पाया। शनिवार को पूर्ण रूप से सहमति बनने की उम्मीद है।