Karoli हर व्यक्ति का बनेगा हेल्थ कार्ड, एक दिसंबर से घर-घर जाकर सर्वे करेंगे कार्मिक
आयुर्वेद विभाग के उप निदेशक नंद कुमार शर्मा ने बताया कि आमतौर पर ग्रामीण व सूदूर क्षेत्र के लोगों को जांच के अभाव में गैर संचारी कैंसर, हाइपर टेंशन जैसी बीमारी का पता चतुर्थ स्टेज में आने पर लगता है। ऐसे में पुरानी व गंभीर बीमारियों का पता शुरुआती दिनों में लग सके। इसके लिए 1-60 वर्ष की आयु के प्रत्येक व्यक्ति का डाटा एएनएम और आशा सहयोगिनियों के माध्यम से घर-घर सर्वे कर जुटाया जाएगा तथा 30-65 वर्ष की आयु के लोगों की स्क्रीनिंग तथा डाटा ऑनलाइन कर हेल्थ कार्ड बनाया जाएगा। साथ ही सहमति पत्र भी लिया जाएगा। हेल्थ कार्ड में शामिल की जाने वाली जानकारियों के संबंध में कार्मिकों को तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए सीएचओ को 5 हजार, नर्स-कंपाउण्डर को तथा एएनएम को 2-2 हजार तथा प्रति आशा 1 हजार रुपए मासिक अतिरिक्त राशि भी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में डेंगू, मलेरिया, यूरिन, हीमोग्लोबिन, ब्लड शुगर, गर्भावस्था में की जाने वाली जांच की सुविधा भी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही औषधियों, खान-पान, आहार एवं जीवन शैली, दिनचर्या से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। इस संबंध में भी प्रशिक्षणार्थियों को जानकारी दी जाएगी। गौरतलब है कि जिले के कुल 40 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में से पिछले दो चरणों में 19 केन्द्र स्टाफ को प्रशिक्षित किया जा चुका है।