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Karoli रोशनी का इंतजार खत्म, 5 मरीजों की आंखों का हुआ ऑपरेशन

 
Karoli रोशनी का इंतजार खत्म,  5 मरीजों की आंखों का हुआ ऑपरेशन
करौली न्यूज़ डेस्क, करौली जिला चिकित्सालय में नेत्र इकाई का छह माह से बंद पड़ा ऑपरेशन थियरेटर शुक्रवार से शुरू हो गया। इससे आंखों की रोशनी के लिए अंधता रोगियों का महीनों का इंतजार पूरा हो गया। पहले दिन नेत्र इकाई में 5 रोगियों के मोतियाबिंद के ऑपरेशन किए गए। फॉलोअप में आंखों की जांच के बाद अंधता निवारण कार्य में तेजी लाई जाएगी। नेत्र ऑपरेशन थियेटर बंद होने को मुद्दा बना कर श्रृंखलाबद्ध समाचार प्रकाशित किए। इसके बाद अंधता झेल रहे रोगियों की आंखों के ऑपरेशन शुरू हो सके हैं।

नेत्र इकाई के ऑपरेशन थियेटर की गत दिनों कल्चर रिपोर्ट नेगेटिव आने पर मोतियाबिंद के ऑपरेशन करने की तैयारियां प्रारंभ की गई। इसके तहत जयपुर से नए उपकरण मंगवाए गए। साथ ही पूर्व में चिह्नित किए पांच रोगियों को जांच कर गुरुवार ऑपरेशन के लिए बुलाया गया। सुबह थियेटर में नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. रेखा गोयल, डॉ. नंद मोहन सुमन व नेत्र सहायक पूरण मीना ने गणपति की पूजा कर ऑपरेशन थियेटर में नेत्र ऑपरेशन का शुभारंभ किया। चिकित्सकीय जांच के बाद एक पुरुष व 4 महिलाओं की आंखों के मोतियाबिंद ऑपरेशन कर लैंस प्रत्यारोपित किए गए। नेत्र रोग विशेषज्ञों ने बताया कि दूरबीन विधि से ऑपरेशन कर रोगियों को पट्टी बांध का चंद घंटे के विश्राम के बाद घर भेज दिया गया। शनिवार सुबह चिकित्सालय बुला कर आंखें की पट्टियां खोल कर रोशनी की जांच की जाएगी।

तीन-चार दिन बाद फॉलोअप में सामान्य जांच के बाद चिह्नित किए अन्य रोगियों के नेत्र ऑपरेशन किए जाएंगे। गौरतलब है कि नेत्र इकाई के ऊपर वार्ड निर्माण कार्य से ऑपरेशन थियेटर में सीलन आने से फंगस से संक्रमण की आशंका के चलते मई माह में मोतियाबिंद के ऑपरेशन बंद कर दिए गए। इस संबंध में अक्टूबर व नवम्बर माह में क्रमित रूप से समाचार प्रकाशित कर अंधता झेल रहे रोगियों के दर्द और चिकित्सा विभाग की अनदेखी को उजागर किया था। जिला कलक्टर अंकित कुमार सिंह ने मामले में गंभीरता दिखाने से हरकत में आए चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने ऑपरेशन थियेटर को मरम्मत करवा कर अपडेट कराया। करीब एक माह में सीलन दूर होने व चिकित्सकीय मानकों पर नमूनों की जांच के बाद आंखों के ऑपरेशन शुरू हुए हैं। सप्ताह में दो दिन होंगे ऑपरेशन: नेत्र चिकित्सा यूनिट के चिकित्सकों ने बताया कि अंधता निवारण के कार्य को गति देने के लिए सप्ताह में दो दिन आंखों के ऑपरेशन किए जाएंगे। इसके लिए प्रारंभिक तौर पर मंगलवार व शुक्रवार का दिन तय किया गया है। ऑपरेशन के लिए चिकित्सालय की ओपीड़ी में रोगियों की जांच की जाएगी।