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Karoli कड़ाके की सर्दी जारी, पेड़-पौधों पर जमीं ओस की बूंदें

 
Karoli कड़ाके की सर्दी जारी, पेड़-पौधों पर जमीं ओस की बूंदें
करौली न्यूज़ डेस्क, करौली जिले में पिछले चार दिन से शीतलहर और कड़ाके की सर्दी के तेवर मंगलवार को भी तल्ख बने रहे। हालांकि मंगलवार को धूप खिलने से आमजन को सर्दी से कुछ राहत मिली। बीते दिनों धूप नहीं खुलने और बादलों के डेरा के साथ शीतलहर का दौर चल रहा था, जिसके चलते लोगों की धूजणी छुटती रही। हालांकि सर्दी का सितम मंगलवार को भी बरकरार रहा, लेकिन दोपहर करीब 12 बजे से धूप खिलने से लोगों को कुछ राहत मिली। इससे पहले अन्य दिनों की भांति सुबह से बादल छाए रहे। शीतलहर भी चली। वहीं क्षेत्र में अब लगातार ओस भी गिर रही है। कड़ाके की सर्दी का असर बाजारों में नजर आ रहा है। सुबह देरी से दुकानें खुल रही हैं, तो शाम को भी बाजारों में चहल-पहल कम दिखाई दे रही है। शाम ढलते ही बाजार सूने हो जाते हैं और लोग घरों की ओर लौटने लगते हैं। हालांकि बाजारों में गर्म कपड़े और हीटर की बिक्री में इजाफा हुआ है। गजक, मूंगफली व गर्म खाद्य पदार्थों की बिक्री बढ़ी है।

बूंदों ने बूना जाला: करौली. क्षेत्र में कड़ाके की सर्दी के दौर के बीच ओस भी गिर रही है। पत्तों पर गिरी ओस की बूंदें, जो मकड़ी के जाले की भांति नजर आई। नादौती क्षेत्र में पड़ रही कड़ाके की सर्दी से जनजीवन प्रभावित होने लगा है। गत दो दिन से कड़ाके की सर्दी सितम ढा रही है।गत दो दिन में मंगलवार को अपरान्ह तीन बजे बाद सूर्य देव के दर्शन हुए। सर्दी से बचने के लिए लोग अपने घरों व चौक चौराहों व दुकानों के सामने अलाव जलाकर सर्दी से बचाव कर रहे हैं। सर्दी के बीच चौबीस घंटे खेतों की रखवाली करने वाले किसानों के समक्ष कड़ाके की सर्दी से परेशानी खड़ी की हुई है। पशुपालकों ने बताया कि लगातार पड़ रही कड़ाके की सर्दी से दुधारू पशुओं का दूध भी कम हो गया है। पशुओं को सर्दी से बचाना उनके लिए चुनौती पूर्ण कार्य बना हुआ है। यही नहीं खेतों में लगी सब्जी आदि पर भी सर्दी भारी पड़ रही है। सर्दी की वजह से टमाटर, मिर्च आदि सब्जियों की उपज पर प्रतिकूल असर पड रहा है। आगामी दिनों में लंबे समय तक यही हाल रहा तो पशुधन व आमजन के लिए और परेशानी बढ़ेगी।