Karoli पांचना के पानी से एनीकट भरा, नौ स्थानों पर 35 एमसीएफटी भरा
करौली न्यूज़ डेस्क, पांचना बांध से चार दिन से हो रही निकासी से करौली जिला क्षेत्र में 55 किलोमीटर क्षेत्र में गंभीर नदी बह रही है। वहीं नदी पेटे में बने नौ स्थानों पर एनिकटों में काफी बड़े क्षेत्र में जल भण्डारन हो गया है। नदी में डेढ़ से दो किलोमीटर भराव क्षेत्र वाले एनिकटों की क्षमता करीब 35 एमसीएफटी बताई है। जो शनिवार शाम तक पांचना से छोड़े गए पानी का दस प्रतिशत है। वहीं पानी का एक बड़ा हिस्सा बहाव के दौरान भूमि द्वारा अवशोषित किया गया।
जलसंसाधन विभाग सूत्रों के अनुसार पांचना बांध से 48 किलोमीटर की लबाई में कटकड़ गांव से लेकर महू इब्राहिमपुर गांव तक 9 स्थानों पर एनीकट बने हुए हैं। बीते पांच साल में बने सभी एनिकटों पर कमोबेश पहली बार लबालब होने पर चादर चली है। विभाग के कनिष्ठ अभियंता उमेदसिंह ने बताया कि नदी पेटे में 200 से 250 मीटर की चौड़ाई में 2 मीटर ऊंची बॉल के एनीकट हैं। एक एनिकट में नदी पेटे में डेढ़ से दो किलोमीटर पीछे तक जल भराव है। जल संरक्षण के क्षेत्र में कार्य कर रहे गांव दानालपुर निवासी ताराचंद मीणा ने बताया कि एक एनीकट में करीब 35 लाख घन फीट पानी का प्रत्यक्ष भराव है। जो समय के साथ भूजल स्तर को रिचार्ज करेगा। वहीं नदी में बहाव के दौरान भी बजरी-कंकड़ युक्त नदी पेटे में जल अवशोषित कर भूजल स्तर को रिचार्ज किया जाता है।
तीन किमी क्षेत्र में सुधरता जल स्तर
सूत्रों के अनुसार जल भराव व नदी बहाव स्थल से चारों तरफ तीन किलोमीटर के क्षेत्र में भूजल स्तर रिचार्ज होता है। नौ स्थानों पर बने एनीकटों के अलावा 288 किमी लबी गंभीर नदी से तीन किलोमीटर के क्षेत्र में जल्दी ही कुओं व नलकूपों में भूजल स्तर सुधारने की उमीद है। गंभीर नदी में बने सभी एनिकट ओवरलो हैं। पांचना बांध से जल निकासी जारी रहने से पानी रविवार को करौली जिले की सीमा पार कर बयाना क्षेत्र में पहुंच गया। हालांकि निकासी कम करने से नदी में जल प्रवाह मंद है।
