Karauli बाल विवाह रोकने के लिए कैंडल मार्च निकाला गया
करौली न्यूज़ डेस्क, करौली में बाल विवाह की रोकथाम और जागरूकता को लेकर जिला प्रशासन, विधिक साक्षरता प्राधिकरण तथा स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत ग्राम राज्य विकास एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा करौली में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान पर कार्यशाला, संगोष्ठी, कैंडल मार्च और शपथ का आयोजन किया गया।
संस्था के विजय सिंह माली ने बताया कि महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय की ओर से अभियान शुरू किया गया है। अभियान बच्चों के लिए सुरक्षित, उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने की दिशा में एक बेहद महत्वपूर्ण और निर्णायक कदम है। बच्चों की सुरक्षा व संरक्षण के लिए सबसे बड़े गठबंधन जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन का सहयोगी द्वारा विकसित भारत के सपने को साकार करने, बाल विवाह रोकने की दिशा में काम जारी रहेगा।
बाल विवाह के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले में जेआरसी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, जिसमें न्यायालय द्वारा बाल विवाह रोकने के लिए राज्यों और सभी हितधारकों के लिए एक विस्तृत कार्य योजना तथा रोडमैप तैयार किया है। इस वर्ष की शुरुआत में, जेआरसी के हस्तक्षेप के कारण राजस्थान उच्च न्यायालय ने एक ऐतिहासिक फैसला दिया। जिसमें पंचायतों को राज्य में बाल विवाह को रोकने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया, खासकर अक्षय तृतीया के दौरान। बाल विवाह के खात्मे की लड़ाई में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान एक निर्णायक कदम है।