जय माता दी! कैलादेवी के वार्षिक लक्खी मेले का शुभारंभ, जाने भक्तों के खाने-पीने से लेकर सुरक्षा तक क्या है इंतजाम ?

करौली न्यूज़ डेस्क - राजस्थान के करौली जिले में स्थित प्रसिद्ध धाम मां कैला देवी के दरबार में साल में एक बार आयोजित होने वाला भव्य लक्खी मेला 26 मार्च से शुरू हो गया है. 17 दिवसीय यह मेला 11 अप्रैल तक चलेगा, जिसमें हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु मां के दर्शन के लिए उमड़ते हैं. चैत्र माह में आयोजित होने वाला यह मेला आस्था और विश्वास का संगम माना जाता है, जहां उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश समेत देशभर से श्रद्धालु पैदल यात्रा कर मां के दरबार में हाजिरी लगाते हैं. इसी वजह से इस मेले को राजस्थान का मिनी कुंभ कहा जाता है. वहीं, मंदिर ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं के लिए खाने-पीने से लेकर चिकित्सा सुविधाओं तक की निशुल्क व्यवस्था की है.
मेले को लेकर दर्शन व्यवस्था में बदलाव
आपको बता दें, श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए मंदिर ट्रस्ट ने दर्शन व्यवस्था में बदलाव किया है. मेले के दौरान श्रद्धालु रोजाना सुबह 4:00 बजे से रात 9:00 बजे तक लगातार मां कैला देवी के दर्शन कर सकेंगे. इसके अलावा मेले के दौरान मां कैला देवी के भक्तों के लिए मंदिर ट्रस्ट की ओर से विशेष व्यवस्था भी की जाती है।
पहले दिन उमड़ी भक्तों की भारी भीड़
आपको बता दें, लक्खी मेले के पहले ही दिन मंदिर परिसर में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। मंदिर ट्रस्ट के मेला अधिकारी संतोष मामा और मंदिर प्रबंधक विवेक द्विवेदी के अनुसार पहले दिन ही तीन लाख से अधिक भक्तों ने मां के दरबार में दर्शन किए हैं। उनका कहना है कि अगर मेले के दौरान भक्तों की संख्या इसी तरह बढ़ती रही तो मंदिर ट्रस्ट की ओर से दर्शन समय की अवधि में 1 घंटे की बढ़ोतरी की जाएगी।
मंदिर ट्रस्ट ने भक्तों के लिए की व्यवस्था
मां कैला देवी के इस भव्य मेले में भक्तों की आस्था, भक्ति और आनंद भी देखने लायक है। हर बार की तरह इस बार भी केला देवी के भक्त बड़ी संख्या में पैदल चलकर मां कैला देवी देवी के धाम पहुंच रहे हैं। मंदिर ट्रस्ट की ओर से इस बार भक्तों के लिए हवा, पानी और सफाई व्यवस्था के अलावा कई विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। वहीं व्यापारियों और सामाजिक संगठनों की ओर से इस बार हिंडौन-करौली रोड से लेकर मां के दरबार तक दर्जनों विशाल भंडारे भी लगाए गए हैं, जहां श्रद्धालुओं के लिए खाने-पीने से लेकर चिकित्सा तक की निशुल्क व्यवस्था की गई है।