Karoli पहले समर्थन मूल्य खरीदी में देरी, अब भुगतान का इंतजार

करौली न्यूज़ डेस्क, प्रदेश में एक अप्रैल से समर्थन मूल्य की खरीदी शुरू हो गई है। लेकिन राजफेड की ओर से हिंडौन में 5 मई से कैलाश स्थित कृषि उपज मंडी क्रय केंद्र शुरू किया गया। समर्थन मूल्य खुले बाजार भाव से अधिक होने के एक दिन पहले श्री गणेश ने सरसों की एक हजार बोरियों से तोल की। क्रय केंद्र खुलने के साथ ही फसल बिक्री के लिए किसानों के पंजीयन का ग्राफ भी बढ़ गया है। हिण्डौन केवीएसएस के सूत्रों के अनुसार कृषि उपज मंडी के क्रय केंद्र पर 5 मई से 16 मई तक 150 किसानों से 4145 कट्टे यानि 2072 क्विंटल सरसों की खरीद की गई. सरकार द्वारा घोषित 5450 रुपये के समर्थन मूल्य के अनुसार किसानों ने एक करोड़ 12 लाख 92 हजार रुपये की सरसों बेची है. इस प्रकार केवीएसएस ने किसानों से 90 क्विंटल चना खरीदा है। जिसका समर्थन मूल्य 5335 रुपए है, जिसके हिसाब से कीमत 5 लाख 28 रुपए है।
हिंडौन में सरसों व चने की फसल को समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए किसानों का पंजीयन का आंकड़ा 744 को पार कर गया है। लेकिन उपार्जन केंद्र पर केवल 92 किसानों की फसल की तुलाई हो सकी। सूत्रों के अनुसार राजफेड के पोर्टल से प्रतिदिन 10-15 किसानों को फसल तुलाई के लिए खजूर दिया जा रहा है. ऐसे में 650 से अधिक किसान तुलाई का इंतजार कर रहे हैं। समर्थन मूल्य के क्रय केंद्र पर प्रतिदिन फसलों की खरीदी का ऑनलाइन सत्यापन किया जा रहा है। राजफेड द्वारा अगेती फसल बिक्री की राशि किसानों के खाते में हस्तांतरित की जाएगी।