Karoli मोबाइल एप के जरिए उपस्थिति अनिवार्य, उठ रहे विरोध के स्वर
करौली न्यूज़ डेस्क, पशुपालन विभाग के निदेशक की ओर से मोबाइल एप पर दैनिक उपस्थिति के जारी किए गए आदेशों को लेकर राजस्थान पशु चिकित्सक व चिकित्सा कर्मचारी संघ असंतुष्ट हैं। एक पखवाड़ा गुजरने के बाद भी जिले में कई अधिकारी-कार्मिकों ने मोबाइल एप डाउनलोड नहीं किया है। इससे फिलहाल मोबाइल एप पर सभी अधिकारी-कर्मचारियों की हाजिरी शुरू नहीं हुई है। विभागीय निदेशक द्वारा 8 अक्टूबर को जारी निर्देशों के अनुसार 1 नवंबर से पशुपालन विभाग की सभी संस्थाओं में इस मोबाइल एप से हाजिरी की अनिवार्यता को लागू किया जाना है। इसके लिए नियमित रूप से मॉनिटरिंग भी की जाएगी। राजस्थान पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ के प्रमुख महामंत्री अर्जुन शर्मा ने विभाग के निदेशक को इस संबंध में पत्र भेजा है, जिसमें बताया है कि निदेशालय पशुपालन विभाग की ओर से पत्र जारी कर सभी अधिकारी-कर्मचारियों को राजएसएसओ एएमएस मोबाइल पोर्टल पर दैनिक उपस्थिति दर्ज करने के निर्देश जारी किए हैं, जो कि व्यवहारिक नहीं हैं। उन्होंने संघ के निर्णय के अनुसार बताया कि जब तक सभी कार्मिकों को सरकार की ओर से एंड्रॉयड मोबाइल उपकरण मय डाटा उपलब्ध नहीं कराया जाएगा तब तक निजी मोबाइल से एप के माध्यम से दैनिक उपस्थिति दर्ज नहीं की जाएगी। साथ ही बताया कि कार्मिकों की व्यक्तिगत उपभोग की वस्तु को राजकीय उपयोग में लेने को बाध्य नहीं किया जाए।
वहीं पशु चिकित्सक यूनियन महासचिव डॉ. पुष्पेंद्र कुमार ने 22 अक्टूबर को आम सूचना जारी कर सभी चिकित्सकों को अवगत कराया कि एसोसिएशन की ओर से शासन सचिव को संसाधन उपलब्ध कराने तक आदेशों पर पुर्नविचार कर शीघ्र निरस्त करने के आदेश प्रसारित करने के संबंध में लिखित में अवगत कराया है। कोई कार्रवाई नहीं होने पर एसोसिएशन ने सभी पशु चिकित्सकों से आह्वान किया है कि वे राजएसएसओ एएमएस एप को किसी भी परिस्थिति में डाउनलोड नहीं करें। ऐसे में फिलहाल विभाग की मंशा के अनुसार मोबाइल एप से पूरी तरह हाजिरी नहीं हो पा रही है। इस बारे में पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. गंगासहाय मीना ने बताया कि अभी कई अधिकारी-कार्मिकों ने दैनिक उपस्थिति के लिए मोबाइल एप डाउनलोड नहीं किया है। ज्यादा से ज्यादा कार्मिकों के मोबाइल में एप डाउनलोड कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।