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Karoli 20 गांवों में गेहूं की फसल में लट का प्रकोप, नुकसान की आशंका, किसान चिंतित

 
Karoli 20 गांवों में गेहूं की फसल में लट का प्रकोप, नुकसान की आशंका, किसान चिंतित
करौली न्यूज़ डेस्क, करौली जिलावासियों को सर्दी से राहत नहीं मिल पा रही है। 1.3 डिग्री बढ़त के साथ न्यूनतम तापमान भले ही 3.2 डिग्री पर पहुंच गया हो, लेकिन 20 जनवरी की रात 29 शहरों के जारी आंकड़ों में करौली जिला सबसे सर्द रहा है। 19 जनवरी की रात जिले का न्यूनतम तापमान 1.9 डिग्री था। दिनभर चलने वाली सर्दहवाओं ने लोगों को ठिठुराए रखा। दोपहर में गुनगुनी धूप खिलने के बाद ही सर्दी से राहत मिल सकी। मौसम में उतार चढाव अब किसानों पर भारी पड़ता दिखा रहा है। पिछले दिनों पाले से सरसों फसल व सब्जियों में 20 से 30 प्रतिशत नुकसान की आशंका से किसान पहले ही चिंतित थे, लेकिन अब गेहूं में लट कीट का प्रकोप होने से किसानों की चिंता दोगुनी हो गई है।

सर्दी से भले ही गेहूं की फसल का उत्पादन अच्छा होना माना जाता है, लेकिन इन दिनों अधिकतर गांवों में गेहूं की फसल में लगी हरी लट(कीट) पत्तियों को चट कर रहा है। ऐसे में इसका असर फसलों की ग्रोथ रुकने के साथ उत्पादन पर भी पड़ेगा। कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को फसलों पर दवा का छिड़काव करने की सलाह दी है। कृषि वैज्ञानिक तेजभान सिंह ने बताया कि सर्दी के प्रभाव से गेहूं की बाली बढने के साथ ज्यादा दाना निकलते हैं। जिले में इस बार 76 हजार हैक्टेयर में गेहूं की फसल बोई गई है।

गेहूं के पौधे को ठंड से फायदा होता है। हिंडौन क्षेत्र के 20 से अधिक गांवों के किसानों ने बताया कि लट कीट के पत्तियों क़ो खाने से गेहूं की बढ़वार रुक गई। क्षेत्र के 20 से अधिक गांवों में लट लगने से किसानों में मायूसी बनी हुई है। किसानों का कहना रहा कि समय रहते लट का नियंत्रण नहीं हुआ तो गेहूं को भी 10 प्रतिशत तक नुकसान पहुंच सकता है। कृषि विज्ञान केन्द्र के डॉ शंकर लाल कस्वा एवं मौसम वैज्ञानिक डॉ. एमके नायक ने बताया कि वर्तमान में जिले की गेहूं की फसल में हरि सुंडी का प्रकोप है। यह कीट गेहूं की पत्तियों को खाता है।