राजस्थान के इस जिले 167 करोड़ की लागत में बनेगा वंदे भारत कोच मेंटेनेंस डिपो, जल्द मिलेगी हाईस्पीड रेल सुविधा की नई सौगात
देश की आधुनिक ट्रेनों में शुमार सेमी हाईस्पीड वंदे भारत सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेनों का मेंटेनेंस डिपो जोधपुर में आकार ले रहा है। यह प्रदेश का पहला कोच मेंटेनेंस डिपो व वर्कशॉप होगा। यह डिपो करीब 167 करोड़ रुपए की लागत से भगत की कोठी रेलवे स्टेशन के द्वितीय प्रवेश द्वार व वाशिंग लाइन के बीच की जगह पर बनाया जा रहा है। वंदे भारत ट्रेनों के लिए बनने वाले चार कोच मेंटेनेंस डिपो में जोधपुर भी शामिल है। कोच मेंटेनेंस डिपो में एक समय में 3 ट्रेनों की एक साथ जांच की जा सकेगी। डिपो एरिया में वर्कशॉप एरिया भी होगा, जहां सभी बोगियों, पहियों, एयर ब्रेक सिस्टम का मेंटेनेंस किया जा सकेगा। इस डिपो में क्रमश: 24 कोच, 16 कोच, 16 कोच की 3 मेंटेनेंस पिट लाइन होंगी। इस डिपो में ट्रेनों के बाहरी हिस्सों की धुलाई के लिए ऑटोमेटिक कोच वॉशिंग प्लांट होगा। कोचों को उठाए बिना बोगियों को निकालने व फिट करने के लिए अत्याधुनिक ड्रॉप पिट टेबल भी लगाई जाएगी।
डिपो वर्कशॉप की खासियत
डिपो और वर्कशॉप में ड्रॉप पिट टेबल का उपयोग कर बोगियों को स्थानांतरित करने की सुविधा।
वंदे भारत ट्रेन के पहियों को बिना किसी बाधा के घुमाने के लिए आधुनिक उपकरण होंगे।
डिपो में केंद्रीकृत वर्कशॉप के साथ आधुनिक सुविधाओं से लैस प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना।
देश में चलने वाली वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों के कर्मचारी और इंजीनियर यहां प्रशिक्षण ले सकेंगे।
वंदे भारत ट्रेन पूरी तरह से विद्युतीकृत ट्रैक पर चलेगी। इसके रखरखाव के लिए डिपो में वायरिंग का काम होगा। इसमें अलग से व्हील रैक होगा।
रखरखाव उपकरणों के लिए टेस्टिंग लैब बनाई जाएगी।
डिपो क्षेत्र में वर्कशॉप में सभी बोगियों, पहियों, एयर ब्रेक सिस्टम का रखरखाव किया जा सकेगा।
कोच रखरखाव डिपो आकार ले रहा है
डीआरएम, मुख्यालय और बोर्ड के निर्देशन में वंदे भारत ट्रेनों के रखरखाव के लिए भगत की कोठी रेलवे स्टेशन की जमीन पर रखरखाव कोच डिपो आकार ले रहा है। इस काम को समय पर पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।
