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फिर लटका एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट! राजस्थान के इस जिले को करना होगा और इंतजार, जानिए अब कहां फंसा पेंच

 
फिर लटका एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट!  राजस्थान के इस जिले को करना होगा और इंतजार, जानिए अब कहां फंसा पेंच 

जोधपुर न्यूज़ डेस्क - राजस्थान के जोधपुर शहर को राहत देने वाली सबसे महत्वपूर्ण परियोजनाओं में से एक एलिवेटेड रोड को धरातल पर लाने की तारीख एक बार फिर बढ़ा दी गई है। दिसंबर से अब तक यह तारीख चार बार बढ़ाई जा चुकी है। इस एलिवेटेड रोड के भाग्य का फैसला 13 मार्च को होना था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 14 अप्रैल कर दिया गया है। इसके पीछे वजह टेंडर प्रक्रिया में भागीदारी न होना बताया जा रहा है।

प्रोजेक्ट की लागत कम हुई, फिर भी धरातल पर नहीं
यह एलिवेटेड रोड महामंदिर से आखलिया सर्किल तक 7.633 किलोमीटर तक बनाई जानी है। इसकी कुल लागत 968 करोड़ रुपए रखी गई है। इस बजट को 1000 हजार करोड़ से कम रखने के लिए इसकी लंबाई कम की गई है। सबसे पहले इसे कृषि मंडी सर्किल से कायलाना सर्किल तक बनाया जाना है। लंबाई और बजट कम करने के पीछे वजह इसे धरातल पर जल्दी लागू करना था। क्योंकि 1000 करोड़ से ज्यादा के प्रोजेक्ट कैबिनेट मीटिंग में रखे जाते हैं।

ऐसे बढ़ाई गई तारीखें
जब पहली बार टेंडर जारी किया गया था, तब इसकी अंतिम तारीख 31 दिसंबर थी। इसके बाद तारीख बढ़ाकर 21 जनवरी कर दी गई। दूसरी बार तारीख बढ़ाई गई तो टेंडर खोलने की तारीख 20 फरवरी आई, लेकिन यहां भी टेंडर नहीं खुला। होली यानी 13 मार्च को आखिरी तारीख तय की गई और तीसरी बार तारीख बढ़ाई गई। एक बार फिर तारीख बढ़ाई गई और अब इसे बढ़ाकर 14 अप्रैल कर दिया गया है।

जिस कंपनी को ठेका दिया जाएगा, उसे 10 साल तक इसका रखरखाव करना होगा
यह एलिवेटेड रोड हाइब्रिड एन्युटी मोड पर बनाया जाएगा। इसमें सरकार अपनी तरफ से लागत का 40 फीसदी देगी और बाकी 60 फीसदी राशि कंसेशन पीरियड के दौरान एन्युटी पेमेंट के तौर पर सरकार देगी। निर्माण का ठेका पाने वाली कंपनी को अगले 10 साल तक इसका रखरखाव करना होगा और इस दौरान हर साल बाकी 60 फीसदी राशि सरकार देगी।