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राजस्थान SI भर्ती पर फिर उठे सवाल: हाईकोर्ट में सरकार के जवाब से छात्र नाखुश, बोले - 'परीक्षा रद्द हो तभी मेरिट पर होगा भरोसा'

 
राजस्थान SI भर्ती पर फिर उठे सवाल: हाईकोर्ट में सरकार के जवाब से छात्र नाखुश, बोले - 'परीक्षा रद्द हो तभी मेरिट पर होगा भरोसा'

राजस्थान में सब-इंस्पेक्टर (एसआई) भर्ती परीक्षा 2021 लंबे समय से विवादों में है। सवाल यह है कि भर्ती रद्द की जाए या नहीं। सोमवार को राजस्थान हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान भजनलाल सरकार ने साफ कहा कि वह पूरी भर्ती रद्द नहीं करेगी। सरकार ने कोर्ट को बताया कि विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अपनी अब तक की जांच में पर्याप्त आधार पाया है कि वह असली और फर्जी चयनित अभ्यर्थियों में अंतर कर सकती है। इसलिए पूरी प्रक्रिया को रद्द करना ठीक नहीं होगा। लोकल 18 ने जोधपुर में उन छात्रों से बात की जो कड़ी मेहनत से इस परीक्षा की तैयारी करते हैं। उनका साफ कहना है कि अगर पेपर लीक हुआ है तो भर्ती रद्द होनी चाहिए। छात्रों का तर्क है कि नकल करके पास होने वाले लोग मेहनत करने वाले अभ्यर्थियों के साथ अन्याय करेंगे। वे चाहते हैं कि सरकार दोबारा परीक्षा कराए ताकि सभी को समान अवसर मिले। अब उनकी नजर इस बात पर है कि एसआईटी कब जांच पूरी करेगी और फर्जी तरीके से पास होने वालों को बाहर करेगी। 

सरकार को परीक्षा रद्द कर देनी चाहिए
राजस्थान पुलिस तैयारी गजेंद्र सिंह ने लोकल 18 से कहा, "अगर पेपर लीक हुआ है तो परीक्षा रद्द कर देनी चाहिए, तभी मेरिट पर भरोसा कायम रहेगा। वरना मेहनत करने वाले छात्रों का मनोबल टूट जाता है।" एक अन्य छात्र ने कहा कि हम सालों मेहनत करते हैं। अगर पेपर पहले ही आउट हो गया तो परीक्षा का क्या मतलब? सरकार को निष्पक्ष जांच के साथ परीक्षा को तुरंत रद्द करना चाहिए।" 

सोमवार की सुनवाई में क्या हुआ?
सोमवार को राजस्थान हाईकोर्ट में एसआई भर्ती परीक्षा 2021 से जुड़ी सुनवाई में राज्य सरकार की ओर से महाधिवक्ता राजेंद्र प्रसाद ने कोर्ट में कैबिनेट सब-कमेटी की रिपोर्ट और हलफनामा पेश किया। उन्होंने साफ कहा कि सरकार इस भर्ती को रद्द नहीं करेगी। राजेंद्र प्रसाद ने कोर्ट को बताया कि कैबिनेट सब-कमेटी ने भी अपनी रिपोर्ट में सिफारिश की है कि एसआई भर्ती को रद्द नहीं किया जाना चाहिए। और मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस सिफारिश को मंजूरी दे दी है।

इस मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अपनी रिपोर्ट में चार अहम सिफारिशें की हैं:
फर्जी चयनित अभ्यर्थियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई: एसआईटी ने सुझाव दिया है कि गलत तरीके से चयनित अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
सेवाएं समाप्त कर भविष्य की भर्ती से प्रतिबंध: एसआईटी का मानना ​​है कि दोषी अभ्यर्थियों की सेवाएं तुरंत समाप्त की जानी चाहिए और उन्हें भविष्य की सभी सरकारी भर्तियों से प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।
इस समय भर्ती रद्द करना जल्दबाजी है: एसआईटी के मुताबिक, इस समय पूरी भर्ती को रद्द करना उचित नहीं होगा, क्योंकि जांच अभी भी जारी है।
आगामी भर्तियों में योग्य उम्मीदवारों को अवसर: एसआईटी ने सिफारिश की है कि भविष्य में एसआई भर्तियों में पदों की संख्या बढ़ाई जाए और आयु सीमा में छूट पर विचार किया जाए, ताकि योग्य उम्मीदवारों को अधिक अवसर मिल सकें।