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Mock Drill 2024: 1971 के बाद पहली बार इतनी बड़ी सुरक्षा तैयारी, जानें क्या कल बंद रहेंगे स्कूल और कॉलेज?

 
Mock Drill 2024: 1971 के बाद पहली बार इतनी बड़ी सुरक्षा तैयारी, जानें क्या कल बंद रहेंगे स्कूल और कॉलेज?

वर्ष 1971 के बाद एक बार फिर देश में डिफेंस मॉक ड्रिल होने जा रही है। ये मॉक ड्रिल देश के कई शहरों में आयोजित की जाएगी। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और पहलगाम आतंकी हमले के बाद सिविल डिफेंस की तैयारियों को परखने के लिए ये मॉक ड्रिल की जा रही है। इस दौरान नागरिकों, खासकर छात्रों को हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन, ब्लैकआउट सिमुलेशन और आपातकालीन प्रशिक्षण दिया जाएगा। ऐसे में सभी अभिभावकों के मन में सवाल है कि कल बच्चों को स्कूल भेजें या नहीं? क्या कल स्कूलों में छुट्टी है? तो चलिए हम आपको आपके इन सभी सवालों के जवाब बताते हैं... तो सबसे पहले आपको बता दें कि सरकार ने 7 मई 2025 को पूरे देश में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित करने का फैसला किया है। इस तरह का अभ्यास वर्ष 1971 के बाद पहली बार किया जा रहा है। इस दौरान कहीं चेतावनी देने वाले सायरन बजेंगे तो कहीं ब्लैकआउट होगा। 

अब सवाल यह है कि 7 मई 2025 को मॉक ड्रिल के दौरान स्कूल खुले रहेंगे या बंद? आपको बता दें कि केंद्र या किसी राज्य सरकार की ओर से स्कूलों को बंद करने का कोई आधिकारिक आदेश जारी नहीं किया गया है, लेकिन जो स्कूल इसमें भाग लेंगे, वहां के छात्रों को मॉक ड्रिल के दौरान नागरिक सुरक्षा प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। छात्रों को स्कूल और कॉलेजों में नागरिक सुरक्षा प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिसमें आश्रय लेना, सायरन का जवाब देना और आपातकालीन स्थितियों से निपटना आदि शामिल है। छात्रों को इन अभ्यासों में भाग लेने के लिए कहा जा सकता है।

भारत में मॉक ड्रिल: कहां होगी मॉक ड्रिल
मॉक ड्रिल देश के करीब 244 नागरिक सुरक्षा जिलों में आयोजित की जाएगी, जिसमें दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, जम्मू और कश्मीर के साथ-साथ कई अन्य राज्यों के शहर शामिल हैं। जिन शहरों में मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी, उनकी सूची इस प्रकार है-
बिहार: बरौनी, कटिहार, पटना, पूर्णिया, बेगूसराय।

छत्तीसगढ़: दुर्ग (भिलाई)
पंजाब: अमृतसर, बठिंडा, फिरोजपुर, गुरदासपुर, होशियारपुर, जालंधर, लुधियाना, पटियाला, बरनाला, भाखड़ा नांगल, हलवारा, कोठकापुर, बटाला, मोहाली, अबोहर, फरीदपुर, रोपड़, संगरूर।
राजस्थान: कोटा, अजमेर, अलवर, बाड़मेर, भरतपुर, बीकानेर, बूंदी, गंगानगर, हनुमानगढ़, जयपुर, जैसलमेर
उदयपुर, जोधपुर, सीकर, सूरतगढ़, आबू रोड, भिवाड़ी, फुलेरा, लालगढ़, पाली, भीलवाड़ा, सवाई माधोपुर, जालौर।
हरियाणा: अंबाला, हिसार, फ़रीदाबाद, गुड़गांव, पंचकुला, पानीपत, रोहतक, सिरसा, सोनीपत, यमुनानगर, झज्जर।
झारखंड:बोकारो, गोमिया, गोड्डा, साहेबगंज।
मध्य प्रदेश: भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, कटनी।
उत्तर प्रदेश: बुलंदशहर, आगरा, प्रयागराज, बरेली, गाजियाबाद, गोरखपुर, झांसी, कानपुर, लखनऊ, मथुरा, मेरठ, मुरादाबाद, सहारनपुर, वाराणसी, मुगलसराय, सरसावा, बागपत, मुजफ्फरनगर।

स्कूल समाचार: बच्चों को स्कूल भेजना चाहिए या नहीं?
अब सवाल यह उठता है कि मॉक ड्रिल के दौरान बच्चों को स्कूल भेजना चाहिए या नहीं? ऐसे में आपको बता दें कि मॉक ड्रिल का उद्देश्य छात्रों को हवाई हमले जैसी आपातकालीन स्थितियों के दौरान सुरक्षित रहने के लिए प्रशिक्षित करना है। यह एक अभ्यास है। स्कूलों में प्रशिक्षित कर्मचारी और नागरिक सुरक्षा दल मौजूद रहेंगे। ऐसी स्थिति में आप बच्चों को भेजें ताकि उन्हें नागरिक सुरक्षा के बारे में जानकारी मिल सके। सरकार ने स्कूलों को बंद करने का कोई आदेश नहीं दिया है। इस ड्रिल में भाग लेने वाले बच्चे भविष्य में ऐसी स्थितियों के लिए खुद को तैयार कर सकते हैं। अगर बच्चे स्कूल जा रहे हैं, तो उन्हें समझाएं कि यह एक अभ्यास है, कोई वास्तविक खतरा नहीं है। उन्हें सायरन सुनने पर शांत रहने और शिक्षकों के निर्देशों का पालन करने के लिए कहें।