Aapka Rajasthan

साइबर ठगों का पैसा भेजने के आरोप में मोबाइल दुकानदार पर केस! ई-मित्र सेंटर किया ठप्प, यहां विस्तार से जानिए पूरा मामला

 
साइबर ठगों का पैसा भेजने के आरोप में मोबाइल दुकानदार पर केस! ई-मित्र सेंटर किया ठप्प, यहां विस्तार से जानिए पूरा मामला 

महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक व्यक्ति के साथ हुई साइबर ठगी की रकम जालसाजों के खातों से होती हुई बम्बोर स्थित एक ई-मित्र के खाते में पहुंच गई। इसके बाद जब इस ई-मित्र का बैंक खाता फ्रीज हुआ तो संचालक को इसकी जानकारी हुई। अब संचालक ने झंवर थाने में इसी गांव के एक मोबाइल दुकान संचालक के खिलाफ ठगी की रकम ट्रांसफर कर नकदी हड़पने का मामला दर्ज कराया है। झंवर पुलिस ने बताया- बम्बोर दर्जियान निवासी शैतानराम दर्जी पुत्र आईदानराम ने रिपोर्ट दी है। इसमें परिवादी ने बताया कि उसका 20 मील पर रामदेव ई-मित्र है। यहां ग्राहक जोलियाली निवासी रामाराम विश्नोई पुत्र प्रेमाराम ने अपने मजदूरों के खाते में 50 हजार रुपए ट्रांसफर करने को कहा, लेकिन उस दिन शैतानराम के ई-मित्र खाते में इतने रुपए नहीं थे। फिर उसने अपने परिचित बम्बोर के श्रीयादे ई-मित्र संचालक श्रवण कुमार प्रजापति को फोन कर 50 हजार रुपए नकद के बदले उसके खाते में राशि ट्रांसफर करने को कहा। श्रवण ने कहा कि उसके खाते की लिमिट खत्म हो गई है।

इसके ठीक 15-20 मिनट बाद श्रवण प्रजापत ने शैतानराम को फोन कर बताया कि बम्बोर स्थित विष्णु मोबाइल प्वाइंट के संचालक जसवंत विश्नोई पुत्र पूनमराम विश्नोई निवासी गंगावास बाड़मेर को 50 हजार रुपए नकद चाहिए। यह राशि उसे दे दो, वह तुम्हारे खाते में 50 हजार रुपए ट्रांसफर कर देगा।इस पर शैतानराम ने ग्राहक रामाराम विश्नोई से 50 हजार रुपए बम्बोर में श्रवण प्रजापत को देने को कहा। उसने यह राशि श्रवण प्रजापत को दे दी। यहां पहले से खड़े जसवंत विश्नोई ने श्रवण से नकद लेकर परिवादी शैतानराम के खाते में 50 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। जिसे परिवादी ने 18 दिसंबर 2024 को ही रामाराम के एक मजदूर के खाते में ट्रांसफर कर दिया।

बैंक से मैसेज देख चौंक गया
ई-मित्र संचालक शैतानराम को 8 जनवरी को बैंक से मैसेज मिला, जिसे देख वह चौंक गया। मैसेज में कहा गया कि 50 हजार रुपए का ट्रांजेक्शन साइबर सेल ने होल्ड कर दिया है। उसी दिन रामाराम विश्नोई ने भी फोन कर बताया कि मजदूर के खाते में जो राशि भेजी गई थी, उसे भी होल्ड कर दिया गया है। अब मजदूर उसे परेशान कर रहे हैं। परेशान शैतानराम अपने बैंक पहुंचा तो उसे बताया गया कि 18 दिसंबर को आया भुगतान साइबर सेल ने होल्ड कर दिया है। बैंक स्टेटमेंट चेक करने पर पता चला कि राशि जसवंत विश्नोई ने भेजी थी, जिसके चलते उसका खाता फ्रीज कर दिया गया है।पहले तो उसने कहा कि 20 दिन बाद पैसे दे दूंगा, फिर जान से मारने की धमकी देने लगा।

एक ही गांव का होने के कारण शैतानराम ने अपने पड़ोस के दुकानदारों के साथ जसवंत विश्नोई से बात की, लेकिन उसने पैसे देने से मना कर दिया। इस पर सभी लोग मिलकर झंवर थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। फिर पुलिस अधिकारियों ने भी जसवंत विश्नोई को समझाया तो वह 20 दिन में पैसे देने को तैयार हो गया। इसके बाद वह तारीख पर तारीख देता रहा, लेकिन पैसे नहीं दिए। चार महीने तक चक्कर लगवाने के बाद अब जसवंत विश्नोई जान से मारने की धमकी दे रहा है।

परेशान शैतानराम अपने फ्रीज हुए खाते को फिर से चालू करवाने कोल्हापुर पहुंचा, लेकिन वहां भी उसे यही जवाब मिला कि जब तक 50 हजार रुपए वापस नहीं आ जाते, तब तक खाता चालू नहीं हो सकता। इसके चलते उसका ई-मित्र का काम भी पूरी तरह से ठप हो गया है। अंत में उसने झंवर थाने में जसवंत विश्नोई के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। अब पुलिस उसकी तलाश कर रही है।