Jodhpur स्मार्टनेस तो छोड़िए, पर्यटन और स्टार्टअप में भी निराशा हाथ लगी
यहां हमारी आस छूट गई
स्टार्टअप : जोधपुर को छोड़कर बड़े शहरों में अटल इनोवेशन स्टूडियो एंड एक्सीलरेटर की स्थापना करने की घोषणा की गई है। जबकि स्टार्टअप सेक्टर में जोधपुर का दावा काफी मजबूत है। जयपुर के निकट हाइटेक सिटी विकसित करने की घोषणा है, जबकि जोधपुर में फिनटेक इंस्टीटयूट, राजीव गांधी इनोवेशन हब मौजूद है, यहां भी संभावनाएं प्रचुर थी।
टूरिज्म : रूरल टूरिज्म और नाइट टूरिज्म को विकसित करने का प्लान था, लेकिन वह बजट में शामिल नहीं हुआ।
स्मार्टसिटी : नए इंफ्रा प्रोजेक्ट व स्मार्ट सिटी के तौर पर बजट की उम्मीद थी। जोधपुर को ईवी बसों के अलावा कोई सौगात नहीं मिली है।
उद्योग : नए औद्योगिक क्षेत्रों की उम्मीद थी। पिछले 20 साल से जोधपुर में कोई क्षेत्र विकसित नहीं हुआ है। कई उद्योग विस्तार चाहते हैं। प्रदूषण समस्या के स्थाई समाधान के लिए नए ट्रीटमेंट प्लांट की उम्मीद थी, लेकिन यह भी नहीं मिला।
मेडिकल : कांग्रेस सरकार ने जोधपुर में मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी की घोषणा की थी। सरकार ने नए मेडिकल कॉलेजों को गति देने की बात तो बजट में की है, लेकिन इस यूनिवर्सिटी को गति देने का कोई जिक्र नहीं है।