Jodhpur अखालियों पर चल रहे शोरूम व दुकान, 18 का आवंटन रद्द
जोधपुर न्यूज़ डेस्क, सूरसागर व विभिन्न क्षेत्रों में पत्थर संग्रहण के लिए आवंटित आखलियों पर नियम विरुद्ध व अन्य व्यावसायिक गतिविधियों के संचालन पर गाज गिरी है। तहसीलदार ने पटवारी व आरआइ की मौका रिपोर्ट के आधार पर नियम व शर्तों के विरुद्ध चल रही 18 आखलियों का आवंटन निरस्त कर दिया है। आवंटी केवल वार्षिक 50 से 70 रुपए दे रहे थे। लोकायुक्त में शिकायत होने के बाद तहसीलदार की ओर से यह एक्शन लिया गया है। अब पटवारी को इनका कब्जा जल्द लेने के निर्देश दिए है। अब 56 आखलियों की जांच चल रही है।
शर्तों व नियमानुसार आखली के लिए आवंटित जमीन पर पत्थर रखने के सिवाए दूसरा काम करना गैर कानूनी है। कई साल पहले राज्य सरकार की ओर से सूरसागर चौपड़, बालसमंद रोड व आसपास के इलाकों में पत्थर खान व्यवसाय के लिए कम रेट पर भूखंड आवंटित किए थे। यहां किसी ने शराब का ठेका, तो किसी ने बड़ा मार्केट बनाकर दुकानें किराए पर दे दी। कहीं गैरेज बन गए, तो कइ जगह पर अलग-अलग दुकानें चल रही है।
हर साल लाइसेंस रिन्यू
प्रशासन की ओर से हर साल यहां लाइसेंस रिन्यू किए जा रहे है, लेकिन आखली की संचालन शर्तों को ध्यान में नहीं रख इन पर पक्के निर्माण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी नहीं की गई।
2017 में की थी शिकायत
शहर में विभिन्न स्थानों पर आवंटित आखलियों पर अन्य व्यावसायिक गतिविधियां संचालित होने की महेन्द्र बोहरा ने वर्ष 2017 में लोेकायुक्त में शिकायत की थी। इस पर लोकायुक्त की ओर से बार-बार पत्र जारी कर जिला कलक्टर जोधपुर और तहसीलदार को इसकी जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे।नियम व शर्तों के विरुद्ध चल रही आखलियों को निरस्त किया गया है। करीब 74 आखलियों की शिकायत के आधार पर जांचकर रिपोर्ट लोकायुक्त को भेजी जाएगी।