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Jodhpur साइबर ठगी को लेकर ग्रामीण पुलिस ने 1323 शिकायतों पर 35 लाख रुपए करवाए रिफंड

 
Jodhpur साइबर ठगी को लेकर ग्रामीण पुलिस ने 1323 शिकायतों पर 35 लाख रुपए करवाए रिफंड
जोधपुर न्यूज़ डेस्क, जोधपुर ग्रामीण की साइबर सेल ने साइबर धोखाधड़ी के मामलों में कार्रवाई कर वर्ष 2023 में 35 लाख रुपए का रिफंड दिलाया। 1.10 करोड़ रुपए पकड़ने में सफलता हासिल की। पुलिस ने 1323 शिकायतों के आधार पर यह कार्रवाई की. इस संबंध में ग्रामीण एसपी धर्मेंद्र सिंह यादव ने साइबर सेल के सिपाहियों को सम्मानित भी किया. एसपी धर्मेंद्र सिंह यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि साइबर ठगी के मामले में टोल फ्री नंबर 1930 या वेबसाइट पर भी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है. इन नंबरों और वेबसाइट पर जोधपुर ग्रामीण जिले से संबंधित शिकायतें प्राप्त हुईं। इन पर कांस्टेबल दयाल सिंह व पुखराज ने कार्रवाई कर पीड़ितों को राहत दिलाई। साइबर सेल को 59 शिकायतों में 35 लाख 80 हजार 835 रुपए का रिफंड मिला। 1264 शिकायतों में 1 करोड़ 10 लाख 85 हजार 800 रुपये वापस किये गये. 7 लाख रुपये मूल्य के 37 खोए हुए मोबाइल फोन भी बरामद किए गए और पीड़ितों को लौटाए गए। वहीं, साइबर धोखाधड़ी की शिकायतों में शामिल 894 मोबाइल नंबरों को भी ब्लॉक कर दिया गया।

साइबर फ्रॉड से कैसे बचें

ओटीपी पिन-सीवी नंबर किसी के साथ साझा न करें।

- ऑनलाइन अकाउंट-नेट बैंकिंग के लिए अल्फ़ान्यूमेरिक विशेष वर्णों वाला जटिल पासवर्ड सेट करें।

- नाम, मोबाइल नंबर या जन्मतिथि को पासवर्ड न बनाएं।

- लॉटरी, कैशबैक, रिफंड, गिफ्ट आदि के लालच में फंसाया।

यूपीआई पिन और क्यूआर कोड स्कैनिंग केवल भुगतान करने के लिए की जाती है, पैसे प्राप्त करने के लिए नहीं।

- सोशल मीडिया अकाउंट पर टू स्टेप वेरिफिकेशन, टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन चालू रखें।

- कभी भी गूगल पर कस्टमर केयर नंबर सर्च न करें। यह नंबर केवल आधिकारिक वेबसाइट से ही प्राप्त करें।

- रिमोट एक्सेस एपीके AnyDesk, TeamViewer, AirDrop, मीडियम, Airminer आदि जैसे अज्ञात ऐप्स इंस्टॉल या डाउनलोड न करें।

- जरूरी होने पर ही मोबाइल डिवाइस के जीपीएस, ब्लूटूथ, एनएफसी, हॉट-स्पॉट, वाईफाई को ऑन रखें।

- अज्ञात वीडियो कॉल प्राप्त न करें या अज्ञात मित्र अनुरोध स्वीकार न करें।

- पब्लिक वाईफाई पर ऑनलाइन शॉपिंग या बैंकिंग ट्रांजैक्शन न करें।

-अज्ञात क्यूआर कोड को स्कैन न करें या लिंक पर क्लिक न करें।

- स्वचालित फ़ॉरवर्डिंग ऐप्स इंस्टॉल या डाउनलोड न करें।

-ऑनलाइन सोशल साइट्स पर निजी फोटो या वीडियो शेयर न करें।

- लाइक, व्यूज और रेटिंग के चक्कर में घर बैठे पैसे कमाने के लालच में न आएं।

- आरबीआई द्वारा अनुमोदित बैंकिंग और गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थानों के अधिकृत लोन ऐप्स से ही लोन लें।

यदि गलती या धोखाधड़ी से यूपीआई के माध्यम से गलत व्यक्ति के खाते में धनराशि स्थानांतरित हो जाती है, तो www.npci.org.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें।