Jodhpur साइबर ठगी को लेकर ग्रामीण पुलिस ने 1323 शिकायतों पर 35 लाख रुपए करवाए रिफंड
साइबर फ्रॉड से कैसे बचें
ओटीपी पिन-सीवी नंबर किसी के साथ साझा न करें।
- ऑनलाइन अकाउंट-नेट बैंकिंग के लिए अल्फ़ान्यूमेरिक विशेष वर्णों वाला जटिल पासवर्ड सेट करें।
- नाम, मोबाइल नंबर या जन्मतिथि को पासवर्ड न बनाएं।
- लॉटरी, कैशबैक, रिफंड, गिफ्ट आदि के लालच में फंसाया।
यूपीआई पिन और क्यूआर कोड स्कैनिंग केवल भुगतान करने के लिए की जाती है, पैसे प्राप्त करने के लिए नहीं।
- सोशल मीडिया अकाउंट पर टू स्टेप वेरिफिकेशन, टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन चालू रखें।
- कभी भी गूगल पर कस्टमर केयर नंबर सर्च न करें। यह नंबर केवल आधिकारिक वेबसाइट से ही प्राप्त करें।
- रिमोट एक्सेस एपीके AnyDesk, TeamViewer, AirDrop, मीडियम, Airminer आदि जैसे अज्ञात ऐप्स इंस्टॉल या डाउनलोड न करें।
- जरूरी होने पर ही मोबाइल डिवाइस के जीपीएस, ब्लूटूथ, एनएफसी, हॉट-स्पॉट, वाईफाई को ऑन रखें।
- अज्ञात वीडियो कॉल प्राप्त न करें या अज्ञात मित्र अनुरोध स्वीकार न करें।
- पब्लिक वाईफाई पर ऑनलाइन शॉपिंग या बैंकिंग ट्रांजैक्शन न करें।
-अज्ञात क्यूआर कोड को स्कैन न करें या लिंक पर क्लिक न करें।
- स्वचालित फ़ॉरवर्डिंग ऐप्स इंस्टॉल या डाउनलोड न करें।
-ऑनलाइन सोशल साइट्स पर निजी फोटो या वीडियो शेयर न करें।
- लाइक, व्यूज और रेटिंग के चक्कर में घर बैठे पैसे कमाने के लालच में न आएं।
- आरबीआई द्वारा अनुमोदित बैंकिंग और गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थानों के अधिकृत लोन ऐप्स से ही लोन लें।
यदि गलती या धोखाधड़ी से यूपीआई के माध्यम से गलत व्यक्ति के खाते में धनराशि स्थानांतरित हो जाती है, तो www.npci.org.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें।