Jodhpur रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान पत्र बताएगा कि आपके घर से कूड़ा उठाया गया है या नहीं
![Jodhpur रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान पत्र बताएगा कि आपके घर से कूड़ा उठाया गया है या नहीं](https://aapkarajasthan.com/static/c1e/client/91529/uploaded/d52a528c8429a3a7b3dc8e77fd9aa7d0.jpg?width=968&height=500&resizemode=4)
जोधपुर न्यूज़ डेस्क, जोधपुर शहर में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के लिए अब लोगों को अधिकतम 150 रुपए तक देने पड़ेंगे। नगर निगम उत्तर से इसकी शुरुआत होने जा रही है। कचरा कलेक्शन की मॉनिटरिंग के लिए घरों पर रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी ) कार्ड लगाया जाएगा। प्राथमिक तौर पर इसका ट्रायल निगम उत्तर 30 वार्डों में करेगा। कार्ड का उपयोग अप्रेल से शुरू होने की उम्मीद है। ट्रायल में देखेंगे कि सिस्टम तकनीकी तौर पर काम कर रहा है या नहीं। निगम उत्तर के 30 वार्डों में करीब 1 लाख 60 हजार से ज्यादा आवासीय मकान और दुकानें हैं।
ठेका फर्म चलाएगी जागरुकता अभियान
पहले तीन माह तक ठेका फर्म गीला और सूखा कचरा निस्तारण के लिए जागरुकता अभियान चलाएगी। नई तकनीक से जिन वार्डों में सफाई व्यवस्था शुरू होगी, वहां के लोगों के साथ ही दुकानदारों में जागरुकता लाने के लिए उन्हें इस पूरी प्रकिया के बारे में बताया जाएगा। नई व्यवस्था के तहत निगम प्रत्येक आवास से उसके क्षेत्रफल के आधार पर यूजर चार्ज वसूलेगा। इसमें 50 वर्गमीटर तक 20 रुपए, 50 से 300 वर्गमीटर तक 80 रुपए और 300 वर्गमीटर से अधिक पर 150 रुपए महीना यूजर चार्ज वसूला जाएगा। यह सीधे नगर निगम के अकाउंट में जाएगा।
ऐसे होगी मॉनिटरिंग
फर्म मकानों-दुकानों के बाहर आरएफआईडी कार्ड लगाएगी। इस कार्ड में स्वैप के आधार पर ही पता चल पाएगा कि फर्म ने कचरा उठाया या नहीं। एक डिवाइस अतिरिक्त लगाया जाएगा। इससे लोगों को पता चल जाएगा कि मोहल्ले में कचरा संग्रहण के लिए गाड़ी आ चुकी है। कचरे को उठाने के आधार पर ही फर्म को भुगतान किया जाएगा। स्वच्छता सर्वेक्षण में रैंकिंग सुधारने के लिए इस बार निगम उत्तर कई नवाचार करेगा। डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन व्यवस्था नई तकनीक से शुरू की जा रही है। नई सफाई व्यवस्था से नई दिशा भी मिलेगी।निगम उत्तर आयुक्त अतुल प्रकाश ने बताया कि नई तकनीके से डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन प्रक्रिया के लिए टेंडर जारी हो चुके हैं। 30 वार्डों में दो ऑटो टिपर को शुरू किया जाएगा। आगामी तीन माह तक फर्म की ओर से घर-घर सर्वे कर प्रत्येक हाउसहोल्ड पर अलग-अलग आरएफआईडी कार्ड लगाया जाएगा। इससे कार्य की रियल टाइम मॉनिटरिंग हो सकेगी।