Jodhpur पितृ पक्ष की अमावस्या कल, जलाशयों पर होगा तर्पण
जोधपुर न्यूज़ डेस्क, जोधपुर शहर में बुधवार को ब्रह्मा व स्वार्थ सिद्ध योग में सर्वप्रथम अमावस्या मनाई जाएगी। इसके साथ ही पिछले 15 दिनों से चले आ रहे पितृ पक्ष का भी समापन हो जाएगा। सर्व पितृ अमावस्या श्राद्ध पक्ष का अंतिम दिन होता है। इस दिन पितरों को विदाई दी जाती है इसकी वजह से इसे पितृ विसर्जन अमावस्या भी कहा जाता है। पितृ अमावस्या के दिन बड़ी संख्या में लोग तर्पण करेंगे।इस दिन उन पितरों का भी श्राद्ध किया जाता है। जिनकी मृत्यु की तिथि याद नहीं हो। ऐसे लोग भी पितृ अमावस्या के दिन उनका तर्पण और श्राद्ध करते हैं। इस दिन भोजन बनाकर कोए, गाय और कुत्ते के लिए निकाला जाता है।
ऐसा माना जाता है की अमावस्या तिथि पर किए गए श्राद्ध कर्म से पितरों को तृप्ति मिलती है और वे प्रसन्न होकर अपने पितृ लोक लौट जाते हैं। जो लोग श्राद्ध कर्म नहीं करते हैं, उनके पितर दुखी होते हैं और अपने वंश के लोगों को शाप देते हैं। पितरों की प्रसन्नता के लिए सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या पर श्राद्ध और दान-पुण्य जरूर करना चाहिए।बता दे कि शहर के प्राचीन जलाशयों पदमसर, रघुनाथ की बावड़ी, सिवांची गेट, मिनका नाडी, कायलाना, गुरों का तालाब आदि जगहों पर तर्पण करवाया जा रहा है।