Aapka Rajasthan

Jodhpur हमारा सनातन धर्म सबसे ऊंचा, इससे देश होगा मजबूत जोधपुर में बोले किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर पवित्रानंद नीलगिरी

 
,

जोधपुर न्यूज़ डेस्क - जोधपुर में कायलाना की पहाड़ियों में स्थित परमहंस किशनगिरी महाराज के वार्षिकोत्सव समारोह में शामिल होने के लिए देश भर के विभिन्न अखाड़ों से संत पहुंच रहे हैं. बुधवार को किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर पवित्रानंद नीलगिरि भी आश्रम पहुंचे। इस दौरान मंडल श्रीमहंत सोमेश्वर गिरि महाराज के सानिध्य में श्रद्धालुओं ने उनका अभिनंदन किया। उन्होंने दैनिक भास्कर से कई मुद्दों पर चर्चा की। धर्म पर कहा, हमारे धर्म की कई वर्षों से आलोचना होती रही है, होती रहेगी। इसके दोषी हमारा समाज ही नहीं बल्कि राजनीतिक लोग हैं। वे ही हमारी संस्कृति का मजाक उड़ाते हैं। बाद में इस मजाक को सही करने के लिए ये सारी गाथाएं होती हैं।

हमारा धर्म हिन्दू सनातनी है। हमारे नेता एक दूसरे को नीचा दिखाने का काम करते हैं। किसी को कुछ करना नहीं है। आपस में झगड़ना पड़ता है। कट्टर हिंदू की बात करते रहते हैं, लेकिन हमारे समाज में कट्टर हिंदू का मतलब तक नहीं पता. हम सनातनी हैं। क्योंकि सनातनी होकर हम कट्टर हिन्दू कैसे हो सकते हैं। सबसे पहले जानिए कि हिंदू और सनातनी में क्या अंतर है। इसलिए जागरूक होकर और मिलजुल कर काम करने से यह देश आगे बढ़ेगा। कई सालों से हम ट्रांसजेंडर बेघर हैं। हमारे ही समाज ने हमारी संस्कृति को दबा दिया। कहीं न कहीं हमें खुद लगा कि हमें खुद ही बाहर आना चाहिए। इसलिए हमने किन्नर अखाड़े की स्थापना की। आज हम जिस समाज से जुड़े हैं उसमें सनातन धर्म का उच्च स्थान है। यह हमारे देश की दौड़ और संस्कृति की महान कमान है।

दे केरला स्टोरी जागरूकता लाएगी
केरला स्टोरी के बारे में यह बहुत अच्छी फिल्म है। सभी का धर्म एक है, लेकिन भाषाएं अलग-अलग हैं। इसमें हमारा सनातन धर्म सर्वोच्च है। यह फिल्म समाज में जागरूकता पैदा करेगी। इसे कई जगहों पर टैक्स फ्री भी कर दिया गया है। इसे सभी उम्र के बच्चों को दिखाना चाहिए। ऐसी फिल्में नई शिक्षा के साथ-साथ परामर्श भी दे रही हैं। अगर कोई आकर हमें गुमराह करता है तो हमें अपने धर्म पर कायम रहना चाहिए। मैंने यह फिल्म देखी नहीं है, लेकिन मैंने इसकी कहानी पढ़ी है। इसमें एक दूसरे को नीचा दिखाने के लिए कैसे ब्रेनवॉश किया जाता है कि हमारा धर्म बड़ा है। यह कहीं सही है। हम कैसे ब्रेनवॉश करें कि हमारा धर्म बड़ा है। जब तक सनातन मजबूत रहेगा देश मजबूत रहेगा। यदि यह नहीं रहेगा तो हमारे देश की संस्कृति और देश का भी अस्तित्व नहीं रहेगा।

कभी नहीं सोचा था कि मुझे यह खिताब मिलेगा
मैं बड़ा सौभाग्यशाली हूँ, कभी नहीं सोचा था कि कोई हिजड़ा इस पदवी पर विराजमान होकर सनातन का ध्वज उठाएगा। इसी सोच को ध्यान में रखकर 2015 में स्थापित किया गया। ताकि हमारे किन्नर समुदाय को सम्मान मिले। हम हमेशा समाज को दोष देते हैं, लेकिन हमें हमेशा लगता है कि अगर समाज दो कदम चलता है तो किन्नर चार कदम चलेंगे। किन्नर समाज का भला करे, आप अपने घरों में खुशहाली चाहते हैं, तो हम याद करते हैं, लेकिन अगर काम नहीं है, तो किन्नर हमारा एक ही मकसद है कि आने वाले समय में हमारी पीढ़ी के लोग किसी के सामने हाथ न फैलाएं, उन्हें आगे बढ़ना चाहिए। अपना धर्म मत बदलो। क्योंकि बहुत से हिजड़े ऐसे थे जो मुसलमान थे जिन्होंने सात बार हज किया। वह भी हमारे जूना अखाड़े में वापस आ गए और सनातनी बन गए।

कोई महंत बने, कोई पीठाधीश्वर बने। पेट के लिए काम तो सबको करना है, लेकिन अपने धर्म को साथ रखकर सनातन धर्म का झंडा बुलंद करो। माता-पिता भी अपने बच्चों को किन्नर होने पर घर से बाहर न निकालें, उन्हें अच्छी शिक्षा दें। किन्नरों की नई पीढ़ी के लिए संस्थान स्थापित कर उन्हें बढ़ावा दिया जा रहा है। कई बार किन्नर होने के कारण उन्हें कॉलेज या स्कूल में दाखिला नहीं मिल पाता है। ऐसे में उन्हें जागरूक कर प्रवेश दिला रहे हैं। क्योंकि ट्रांसजेंडर भी समाज का एक हिस्सा है। किन्नर समाज के युवाओं को शिक्षा देने के साथ-साथ हम उन्हें उस क्षेत्र में बढ़ावा देते हैं, जिसमें वे जाना चाहते हैं। उनके लिए तरह-तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। ताकि किन्नर पीढ़ी भी सरकारी नौकरी कर सके।