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Jodhpur मानसून की सुस्ती ने बिगाड़ी हवा की सेहत, AQI 100 के पार

 
Jodhpur मानसून की सुस्ती ने बिगाड़ी हवा की सेहत, AQI 100 के पार
जोधपुर न्यूज़ डेस्क,मानसून के दौरान शहर में जुलाई से लेकर सितम्बर तक हवा की गुणवत्ता बेहतर रहती है। पूरे साल में इन तीन महीनों में सबसे शुद्ध हवा मिलती है। लेकिन इस बार जोधपुर में मानसून के प्रवेश के बाद केवल दो दिन ही बारिश के स्पैल होने से सोमवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 100 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के पार निकल गया। शहर में 12 दिन तक एक्यूआई 100 के नीचे रहा था, जो ठीक-ठाक हवा का संकेत देता है। एक्यूआई 100 से 200 के मध्य होने पर हवा की गुणवत्ता मध्यम स्तर की रह जाती है। अक्टूबर से लेकर जून तक सामान्यत: जोधपुर शहर में एक्यूआई मध्यम स्तर का ही होता है। शहरवासियों को सांस लेने के लिए केवल मानसून में ही शुद्ध वायु मिल पाती है। अब शुद्ध वायु के लिए बारिश का इंतजार है।

नमी कम व हवा मंद होने से बढ़ जाते हैं धूल कण

मानसून की वजह से तीन महीनों तक हवा में नमी का स्तर 50 से 100 प्रतिशत के मध्य रहता है। बार-बार बारिश होने से धूल कण यानी पार्टिकुलेट मैटर (पीएम 10 और पीएम 2.5) पानी के साथ बहकर जमीन पर आते रहते हैं। हवा चलने से भी पीएम कण एक जगह इकट्ठा नहीं होते हैं।

तब 50 के नीचे आ गया था एक्यूआई

जोधपुर में 28 जून को मानसून के प्रवेश के समय एक दिन पहले एक इंच बारिश हुई थी, तब एक्यूआई 50 के नीचे आ गया था जो शुद्ध हवा मानी जाती है। इसके बाद सीधा 5 जुलाई को अच्छी बारिश हुई। इस दौरान एक्यूआई 50 से 100 के मध्य रहा लेकिन सोमवार को 100 के पार निकल गया। मंगलवार को फिर बूंदाबांदी होने से एक्यूआई 100 के नीचे आ गया।

बीते एक पखवाड़े का शहर का एक्यूआई

जुलाई को एक्यूआई रहा 105

जून को बारिश हुई थी 1.5 इंच

जून को एक्यूआई था 44