Jodhpur मैकेनिकल इंजीनियर ठगी मामले में गिरफ्तार, रिमांड पर
जोधपुर न्यूज़ डेस्क, जोधपुर फलोदी जिले की बाप थाना पुलिस ने ऑपरेशन फायरवाल के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए ऑनलाइन फ्रॉड के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी NIT हमीरपुर से मैकेनिकल इंजीनियर की पढ़ाई कर चुका है। इसके बाद ठगी के काम में एक्टिव हुआ। आरोपी ऑनलाइन शॉपिंग और गेम्स ऐप के जरिए फ्रॉड करता था। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। अब तक की पूछताछ में सामने आया कि आरोपी करीब 60 लाख रुपए का फ्रॉड कर चुका है।
चैकिंग के दौरान पकड़ा आरोपी
फलोदी एसपी पूजा अवाना ने बताया कि 28 सितंबर की रात में पुलिस थाना बाप टीम ने थाना अधिकारी मनोज कुमार के नेतृत्व में गश्त के दौरान एक स्कॉर्पियो संदिग्ध नजर आई। तलाशी लेने के दौरान गाड़ी में ऑनलाइन फ्रॉड करने में प्रयुक्त 9 मोबाइल फोन, 39 मोबाइल सिम, 4 पासबुक, 10 एटीएम कार्ड, 6 आधार कार्ड और लाखों रुपए के ट्रांजैक्शन के हिसाब किताब की डायरियां और अन्य सामग्री मिली। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वो ऑनलाइन शॉपिंग और गेमिंग एप के माध्यम से ऑनलाइन फ्रॉड करता है। अब तक आरोपी करीब 60 लाख रुपए की ठगी कर चुका है। इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी विकास पुत्र मांगीलाल विश्नोई निवासी मदरुपाणियों की ढाणिया फतेहसागर लोहावट को गिरफ्तार कर लिया।
जॉब के बजाय चुनी ठगी की राह
पूछताछ में सामने आया कि आरोपी विकास बिश्नोई ने हमीरपुर की एनआईटी से 1 साल पहले मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। इसके बाद आरोपी जॉब करने के बजाय ठगी के काम में जुट गया। इसके लिए ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों और गेमिंग एप का सहारा लिया और इसके माध्यम से पूरा फ्रॉड का काम कर रहा था। इसी के चलते गेमिंग कंपनियों और शॉपिंग कंपनियों की ओर से भी शिकायत पुलिस में की गई थी।
इस तरह से करता ठगी
आरोपी ऑनलाइन शॉपिंग कर सामान मंगवाता था जिसे बाद में रिटर्न करवा देता था। इस पर कंपनी की ओर से निर्धारित पॉलिसी के अनुसार उसे पैसे रिफंड कर दिए जाते। इसके बाद आरोपी फिर से एक रिक्वेस्ट डालता और बताता कि उसे उसके खाते में पैसे प्राप्त नहीं हुए। ऐसे में कंपनी की ओर से उसे वापस रिफंड किया जाता था। इस तरह से आरोपी डबल रिफंड कर ठगी करता था इसके अलावा गेमिंग कंपनियों के साथ भी ठगी करता। इसमें आरोपी गेमिंग कंपनियों में गेम खेलने के लिए पैसे लगाया करता और पैसे जीतने के बाद जो पैसे खाते में आते उस पर फिर से कंप्लेंट दर्ज करवाता और यह बताता कि उसे अभी तक पैसे प्राप्त नहीं हुए। इस तरह से आरोपी डबल रिफंड करवरकर ठगी करता था।
रिश्तेदारों के खाते किराए पर लिए
ठगी करने के लिए आरोपी अपने रिश्तेदारों और जान पहचान के लोगों के खाते काम में लेता था और इन खातों पर 30% कमीशन भी देता था। फिलहाल पुलिस ने आरोपी के कब्जे से स्कॉर्पियो गाड़ी और बैंक पासबुक, एटीएम और हिसाब किताब की डायरियां बरामद की है। आरोपी से पूछताछ में और भी बड़े नेटवर्क का खुलासा हो सकता है। पुलिस कार्रवाई में थाना अधिकारी मनोज कुमार, हेड कांस्टेबल राजेंद्र सिंह, कांस्टेबल महिपाल, मनोज और रविंद्र शामिल रहे। आरोपी के खिलाफ तकनीकी जानकारी एकत्रित करने में कांस्टेबल महेंद्र उज्जवल की विशेष भूमिका रही।