Aapka Rajasthan

Jodhpur कैदी जेल में गुणवत्तापूर्ण एवं पौष्टिक भोजन की सीख रहे हैं बारीकियां

 
Jodhpur कैदी जेल में गुणवत्तापूर्ण एवं पौष्टिक भोजन की सीख रहे हैं बारीकियां 

जोधपुर न्यूज़ डेस्क, जोधपुर केंद्रीय जेल की सलाखों के पीछे चोरी, लूट, डकैती, हत्या जैसे संगीन जुर्म की सजा काट रहे कई कैदियों के जीवन में धीरे-धीरे शिक्षा का उजियारा फैल रहा है। पढ़ाई से उनकी सोच अब बदल रही है। अब वे एक होनहार छात्र की तरह सुबह और रात को चार-चार घंटे लगातार पढ़ाई कर रहे हैं। सुबह-शाम बंदी स्कूली छात्रों की तरह पूरे अनुशासन के साथ पढ़ाई करते हैं। इनमें से कई बंदी बीए, एमम कर रहे हैं तो कोई कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग जैसा कोर्स कर रहा है। खास बात यह है कि भोजन व पोषण प्रमाण पत्र ऐसा कोर्स है, जिसमें सबसे अधिक कैदी और बंदी पढ़ाई कर रहे हैं। इसमें बताया जाता है कि कम आमदनी में गुणवत्ता और पौष्टिकता वाला भोजन कैसे लिया जाए।

महिला-पुरुष बंदी दोनों इस प्रमाण-पत्र में रजिस्टर्ड हैं। 348 बंदियों ने पढ़ाई के लिए आवेदन किया है, जिसमें 142 परीक्षा दे रहे हैं। 34 महिला बंदी भी परीक्षा दे रही हैं। इग्नू से अलग-अलग कोर्स कराए जाते हैं। इनमें लॉ, सोशियोलॉजी, कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, इतिहास, हिंदी, बीए, एमए कोर्स प्रमुख हैं। कैदियों को परीक्षा देने के लिए बाहर जाने की अनुमति नहीं होती है। परीक्षा के दौरान, उन्हें काम से छूट दी जाती है। उन्हें जेल में ही किताबें और अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराई जाती है।

नए सत्र में बीए और एमए करने वाले बंदियों को जेल में पढ़ाने के लिए बैरकवार क्लास शुरू की जाती है। शिक्षित बंदी इन क्लास को संभालते हैं। जो कैदी 12वीं कक्षा पास कर चुके हैं और उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं उनके लिए जेल में इग्नू के केंद्र स्थापित किए गए हैं। अगर कोई स्नातक या किसी अन्य उच्च पाठ्यक्रम का अध्ययन कर रहा है, तो जेल में ही उसकी पढ़ाई और परीक्षा की व्यवस्था की जाती है।