Jodhpur आईआईटी जोधपुर ने हरित नौकरियों की ओर बढ़ाया कदम
जोधपुर न्यूज़ डेस्क, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) जोधपुर ने कामकाजी युवाओं के लिए इस साल से जलवायु परिवर्तन एवं संधारणीयता (क्लाइमेट चेंज एण्ड सस्टेनिबिलिटी) पर सर्टिफिकेट प्रोग्राम लॉन्च किया है, जो ट्राइमेस्टर आधारित होगा। इसमें 2 सर्टिफिकेट मिलेंगे। सर्टिफिकेट-1 पूरा करने पर ही सर्टिफिकेट-2 में प्रवेश दिया जाएगा। इस कार्यक्रम के जरिए क्लाइमेट चेंज प्रोफेशनल्स तैयार होंगे, जो कम्पनियों में पर्यावरण के अनुकूल नीति निर्धारण करने और कार्यक्रम लागू करने में मदद करेंगे।
इनकी जरूरत क्यों...
● 38 देशों के आर्थिक सहयोग और विकास संगठन की मार्च 24 की रिपोर्ट के अनुसार ग्रीन स्किल में कमी के कारण सस्टेनेबल डवलपमेंट की नौकरियों में बढ़ोतरी नहीं हो रही है। इससे 2050 तक नेट जीरो के लक्ष्य को हासिल कर पाना मुश्किल होगा।
● 20 प्रतिशत साल-दर-साल की गति से ग्रीन जॉब अवसर बढ़ रहे हैं।
● 19 प्रतिशत सबसे अधिक वैकेंसी ईएसजी (एनावायरमेंटल, सोशल व गवर्नेंस) विश्लेषक की।
● 2019 से 2022 के दौरान ईएसजी विश्लेषक की डिमाण्ड 468 % बढ़ी।
प्रवेश की योग्यता व कक्षाएं
● कामकाजी लोगों को ही प्रवेश मिलेगा। नियोक्ता का ‘नो आब्जेक्शन’ सर्टिफिकेट चाहिए।
● प्रवेशार्थी के पास इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी, आर्किटेक्चर, प्लानिंग में 4 वर्षीय डिग्री अथवा प्राकृतिक विज्ञान या सामाजिक विज्ञान में दो वर्षीय मास्टर डिग्री होनी चाहिए। साथ ही 3 साल का फील्ड अनुभव भी चाहिए।
● कक्षाएं हाइब्रिड मोड पर लगेंगी। हर शुक्रवार, शनिवार और रविवार देर शाम कक्षाएं आयोजित होंगी, जिसमें आइआइटी जोधपुर की फैकल्टी के अलावा इण्डस्ट्री के प्रोफेशनल्स पढ़ाएंगे।