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Jodhpur हस्तशिल्प एक्सपो आर्टिफैक्ट्स जोधपुर-2025 का आगाज

 
Jodhpur हस्तशिल्प एक्सपो आर्टिफैक्ट्स जोधपुर-2025 का आगाज
जोधपुर न्यूज़ डेस्क, जोधपुर  हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) की ओर से बोरानाडा स्थित ट्रेड फेसिलिटेशन सेंटर में आयोजित हस्तशिल्प एक्सपो आर्टिफैक्ट्स जोधपुर-2025 के पहले संस्करण का आगाज हुआ। केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत ने उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यह शो खास तौर पर शिल्प और विरासत से समृद्ध राजस्थान के उत्पादकों, कारीगरों और निर्यातकों के लिए अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और अपने चिह्नित किए गए लोगों से जुड़ने का एक बेहतरीन अवसर है। जोधपुर पहले मेहरानगढ़ किले और मिर्ची बडों के लिए जाना जाता था। अब दुनिया भर में हस्तशिल्प ने लोकप्रियता हासिल की है। उन्होंने कहा कि भारत के अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच सकारात्मक दृष्टिकोण प्राप्त करने के साथ चीन प्लस वन नीति का लाभ उठाने और उससे लाभ उठाने का यह सही समय है। राजस्थान सरकार के संसदीय कार्य एवं न्याय मंत्री जोगाराम पटेल ने भी मेले का दौरा किया।

ईपीसीएच के चेयरमैन दिलीप बैद ने कहा कि इस मेले में अनूठे उत्पाद, शिल्प कौशल, परंपरा और नवीनता के मेल को खूबसूरती से दर्शाया है। ईपीसीएच के महानिदेशक और आइईएमएल के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने कहा कि एक आधुनिक और सस्टेनेबल बिजनेस मॉडल, जैसे-हस्तशिल्प एक्सपो (आर्टिफैक्ट्स) जोधपुर से जोधपुर की समृद्ध शिल्प परंपराओं को बहुत सहजता के साथ जोड़ा गया है। ईपीसीएच के उपाध्यक्ष नीरज खन्ना व सागर मेहता ने बताया कि अपनी समृद्ध विरासत, शौर्य और पाक कला के लिए मशहूर जोधपुर, होम और लाइफस्टाइल

बीटूसी और बीटूबी दोनो मॉडल

ईपीसीएच की प्रशासनिक समिति के सदस्य हंसराज बाहेती ने कहा कि यह मेला बीटूसी और बीटूबी, दोनों बिजनेस मॉडल के रूप में काम करेगा। मेले का उद्देश्य मौके पर ही बिक्री को बढ़ावा देना और घरेलू वॉल्यूम खरीदारों को समुचित अवसर प्रदान करना है। ईपीसीएच के प्रमुख सदस्य निर्यातक निर्मल भंडारी ने बताया कि इस शो में आने वाले लोग चार दिनों के दौरान अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद ले सकेंगे।

चार दिन का फेयर...

वर्ष 2023-24 के दौरान कुल निर्यात 32,759 करोड़ रुपए का हुआ।

वुडवेयर का कुल निर्यात 8038.17 करोड़ का किया गया।

28.19% हिस्सेदारी इसमें जोधपुर की रही।

200 करोड़ से ज्यादा का डोमेस्टिक मार्केट है।

4 दिन के फेयर में 1000 से ज्यादा लोग शामिल हो सकते हैं।