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Jodhpur गुजरात से राजस्थान में सप्लाई हो रहा था नकली घी, नाकाबंदी में जब्त

 
Jodhpur गुजरात से राजस्थान में सप्लाई हो रहा था नकली घी, नाकाबंदी में जब्त 

जोधपुर न्यूज़ डेस्क, जोधपुर में 10 लाख रुपए की कीमत का ढाई हजार लीटर नकली घी जब्त किया गया है। श्रीमूल ब्रांड के इस घी की प्रति किलो कीमत कुल 330 रुपए है। घी पालनपुर से फलौदी सप्लाई होना था। उससे पहले ही पुलिस ने नकली घी के डिब्बों से भरी पिकअप को पकड़ लिया। प्रदेश भर में सप्लाई होने वाले घी की ज्यादातर ग्रामीण इलाकों में सप्लाई की जाती है। तेल के रेट में घी बेचा जा रहा था।

नाकाबंदी में नकली घी जब्त

विवेक विहार थानाधिकारी जितेंद्र सिंह ने बताया- जोधपुर के प्रवेश मार्ग पाली रोड पर डी मार्ट के पास आज सुबह नाकाबंदी कर वाहनों की जांच की जा रही थी। इस दौरान गुजरात पासिंग नंबर की एक पिकअप को रोककर जांच की गई। पिकअप में श्रीमूल ब्रांड घी के पैकेट भरे थे। बिल को देखने पर घी का रेट 330 रुपए किलो सामने आया। इस पर पुलिस को पूरा घी नकली होने का संदेह हुआ। पुलिस ने ड्राइवर को हिरासत में लेकर 170 पैकेट में भरा ढाई हजार लीटर घी जब्त किया।

फलौदी सप्लाई होना था नकली घी

ढाई हजार लीटर घी को फलौदी सप्लाई किया जाना था। उससे पहले ही पुलिस ने नाकाबंदी में घी को जब्त कर लिया। पुलिस का कहना है कि इस ब्रांड का नकली घी पूरे प्रदेश में सप्लाई होने की संभावना है।

दो साल पहले सैंपल हो चुके है फेल

सीएमएचओ टीम के फूड सेफ्टी अधिकारी रजनीश शर्मा ने बताया- 28 जनवरी 2022 को जोधपुर के श्रीमूल ब्रांड के घी के गोदाम पर कार्रवाई की गई थी। उस समय इस ब्रांड का लिया गया सैंपल फेल हो गया था। ब्रांड के मालिक दीपक रावल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।

महंगे ब्रांड की तरह हो रखी पैकिंग

जांच में सामने आया कि घी की क्वालिटी खराब है लेकिन उसकी पैकिंग बहुत अच्छे तरीके से की गई। ताकि महंगे ब्रांड का घी नजर आए। इसकी पैकिंग देश के एक प्रसिद्ध घी के ब्रांड के जैसी है।

ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिक्री

पुलिस को शक है कि नकली घी की सबसे ज्यादा ग्रामीण इलाकों में सप्लाई होती है। शादी समारोह और अन्य प्रोग्राम में ग्रामीणों को तेल की रेट में देसी घी के नाम पर नकली घी उपलब्ध करवाया जा रहा है। थानाधिकारी जितेंद्र सिंह ने बताया- पुलिस का मुख्य उद्देश्य लोगों की सेहत खराब करने वाले नकली घी के अंतिम कड़ी तक के लोगों पर कार्रवाई करना है। ऐसे में सीएमएचओ टीम के साथ इस संबंध में चर्चा की जा रही है और ऐसी कार्रवाई का प्लान तैयार किया जा रहा है, जिसमें इस तरह के ब्रांड बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सकें।