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नव वर्ष एवं त्योहारी सीजन में यात्रियों को बड़ी राहत, जोधपुर मंडल की 10 जोड़ी ट्रेनों में लगेंगे अतिरिक्त डिब्बे

 
नव वर्ष एवं त्योहारी सीजन में यात्रियों को बड़ी राहत, जोधपुर मंडल की 10 जोड़ी ट्रेनों में लगेंगे अतिरिक्त डिब्बे

नव वर्ष और आगामी त्योहारी सीजन के दौरान बढ़ने वाली यात्री भीड़ को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने यात्रियों को बड़ी राहत देने का फैसला किया है। यात्रियों की सुविधा और सुगम यात्रा को ध्यान में रखते हुए जोधपुर मंडल से चलने एवं गुजरने वाली 10 जोड़ी ट्रेनों में 1 जनवरी से 31 जनवरी 2026 तक अस्थाई रूप से अतिरिक्त डिब्बे लगाए जाएंगे। इस व्यवस्था से यात्रियों को कन्फर्म सीट मिलने में आसानी होगी और भीड़भाड़ से भी राहत मिलेगी।

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, हर साल नव वर्ष, मकर संक्रांति और अन्य स्थानीय त्योहारों के दौरान यात्रियों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी हो जाती है। खासतौर पर राजस्थान से दिल्ली, गुजरात, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र की ओर जाने वाली ट्रेनों में भारी भीड़ देखने को मिलती है। इसी को ध्यान में रखते हुए जोधपुर मंडल ने पहले से ही यह कदम उठाया है, ताकि यात्रियों को असुविधा का सामना न करना पड़े।

इस अस्थाई व्यवस्था के तहत चयनित ट्रेनों में स्लीपर और सामान्य श्रेणी के अतिरिक्त कोच जोड़े जाएंगे। इससे न केवल आरक्षित टिकटों की उपलब्धता बढ़ेगी, बल्कि अनारक्षित यात्रियों को भी यात्रा में सहूलियत मिलेगी। रेलवे का मानना है कि अतिरिक्त डिब्बे लगाए जाने से वेटिंग लिस्ट में भी कमी आएगी और यात्रियों का सफर अधिक आरामदायक होगा।

रेलवे सूत्रों के मुताबिक जिन 10 जोड़ी ट्रेनों में अतिरिक्त डिब्बे लगाए जाएंगे, वे जोधपुर मंडल से चलने वाली प्रमुख मेल, एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनें हैं। हालांकि ट्रेनों की विस्तृत सूची और कोचों की संख्या की जानकारी रेलवे द्वारा अलग से जारी की जाएगी। यात्रियों को सलाह दी गई है कि यात्रा से पहले संबंधित ट्रेन की स्थिति और कोच संरचना की जानकारी रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या नजदीकी रेलवे स्टेशन से प्राप्त कर लें।

रेलवे प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह व्यवस्था पूरी तरह अस्थाई है और 1 से 31 जनवरी 2026 तक ही लागू रहेगी। यात्रियों की संख्या और जरूरत के आधार पर आगे की अवधि बढ़ाने या बदलाव करने का निर्णय लिया जा सकता है। साथ ही सुरक्षा और सफाई को लेकर भी विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं, ताकि अतिरिक्त कोचों के बावजूद यात्रा सुरक्षित और व्यवस्थित बनी रहे।