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Jodhpur क्षतिग्रस्त सड़कों के लिए गठित कंट्रोल रूम में रोज आ रही लगभग 100 शिकायतें

 
Jodhpur  क्षतिग्रस्त सड़कों के लिए गठित कंट्रोल रूम में रोज आ रही लगभग 100 शिकायतें
जोधपुर न्यूज़ डेस्क, जोधपुर शहर में सड़कों को लेकर जनता कितनी त्रस्त है। इस बात का अंदाजा क्षतिग्रस्त सड़कों के लिए गठित किए गए कंट्रोल रूम का रजिस्टर बयां कर रहा है। सात दिन पहले गठित हुए कंट्रोल रूम में प्रतिदिन लगभग 100 शिकायतें आ रही हैं। जबकि इन समस्याओं के निस्तारण का प्रतिशत सात दिन में केवल 20 प्रतिशत ही रहा है। यानि अब तक क्षतिग्रस्त सड़कों की 118 शिकायतों पर कार्रवाई हुई है।दरअसल मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की 25 अगस्त की घोषणा के मुताबिक शहर की सड़कों में गड्ढों की जांच पूरी होने के बाद अब जिला प्रशासन ने इसकी रिपोर्ट राज्य सरकार को दे दी थी। कलक्टर गौरव अग्रवाल के निर्देश पर एडीएम प्रथम दीप्ति शर्मा के नेतृत्व में टीम का गठन हुआ था। कमेटी ने सड़कों की गुणवत्ता के साथ डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड (डीएलपी) के अंदर आने वाली सड़कों की जांच की। जांच में पाया कि डीएलपी के तहत आने वाली सड़कों की रिपेयरिंग नहीं करवाई गई। इससे सड़कें ज्यादा क्षतिग्रस्त हुईं।

ग्रुप में मांगी रिपोर्ट

इधर, कलक्टर गौरव अग्रवाल ने मंगलवार को एक बार फिर अधिकारियों के ग्रुप पर लिखा है कि सभी विभाग अपनी सड़कों की समस्या का निस्तारण करके पालना रिपोर्ट फोटो के साथ भेजें। कंट्रोल रूम की मॉनिटरिंग कर रहे एडीएम ओपी विश्नोई ने बताया कि अब कलक्टर क्षतिग्रस्त सड़कों की समस्या को लेकर प्रति सोमवार रिव्यू बैठक लेंगे।

निगम की सबसे ज्यादा शिकायतें

क्षतिग्रस्त सड़कों के लिए गठित किए गए कंट्रोल रूम में सबसे अधिक शिकायतें निगम उत्तर और दक्षिण की सामने आई हैं। इसमें करीब 150 शिकायतें निगम दक्षिण और करीब 300 शिकायतें निगम उत्तर की सामने आई हैं। हालांकि इन शिकायतों के निवारण के लिए अभी तक इन शिकायतों का निस्तारण नहीं हुआ है। जिला प्रशासन ने क्षतिग्रस्त सड़कों की शिकायतें दूर करने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया है। शिकायत करने के लिए अतिरिक्त जिला कलक्टर तृतीय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। यह कंट्रोल रूम सुबह 9:30 बजे से शाम 6 बजे तक कार्यरत है। इसका दूरभाष नंबर 0291-650519 है। तहसीलदार विरेंद्र सिंह शेखावत को नियंत्रण कक्ष का प्रभारी अधिकारी बनाया गया है।