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गुजरात हाई कोर्ट आसाराम को दि बड़ी राहत! 7 जुलाई तक आगे बढ़ी अस्थाई जमानत की अवधि, इस दिन होगी अगली सुनवाई

 
गुजरात हाई कोर्ट आसाराम को दि बड़ी राहत! 7 जुलाई तक आगे बढ़ी अस्थाई जमानत की अवधि, इस दिन होगी अगली सुनवाई 

शुक्रवार शाम को गुजरात हाईकोर्ट ने मेडिकल ग्राउंड पर आसाराम को दी गई 3 महीने की अस्थाई जमानत अवधि को 7 जुलाई तक बढ़ा दिया। आसाराम के वकील ने कोर्ट में दावा किया कि, 'कोर्ट द्वारा 28 मार्च को अस्थाई जमानत दिए जाने के बाद जोधपुर हाईकोर्ट से आदेश प्राप्त करने की प्रक्रिया में 10 दिन बर्बाद हो गए। इस कारण आसाराम को 7 अप्रैल को रिहा कर दिया गया। इसलिए मैं दो दिन का समय देने का अनुरोध करता हूं, ताकि सोमवार को मामले की सुनवाई होने पर मैं दस्तावेज रिकॉर्ड पर रख सकूं और प्रतिवादी भी इसका सत्यापन कर सकें।'

अगली सुनवाई 2 जुलाई को होगी

इसके बाद जस्टिस इलेश वोरा और जस्टिस संदीप भट्ट की बेंच ने अपने आदेश में कहा, 'मामले के विशिष्ट तथ्यों, खासकर एनएलएसए (राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण) से प्रमाण पत्र प्राप्त करने की प्रक्रिया को ध्यान में रखते हुए हम अस्थाई जमानत को 7 जुलाई तक बढ़ा रहे हैं।' आसान शब्दों में कहें तो जमानत अवधि इसलिए बढ़ाई गई है, ताकि आसाराम के वकील याचिका में जरूरी दस्तावेज पेश कर सकें। मामले की अगली सुनवाई 2 जुलाई को होगी।

मांगी 6 महीने की जमानत

बता दें कि 86 वर्षीय आसाराम ने 2013 के गांधीनगर बलात्कार मामले में 6 महीने की स्थायी जमानत मांगी थी। लेकिन गुजरात उच्च न्यायालय ने केवल 3 महीने की जमानत दी थी। इसके बाद आसाराम ने राजस्थान उच्च न्यायालय में जमानत के लिए याचिका दायर की थी, क्योंकि वह जोधपुर बलात्कार मामले में भी दोषी है और आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। दोनों अदालतों से मंजूरी मिलने के बाद ही वह सुरक्षा के साथ इलाज के लिए रवाना हुआ।

आसाराम को क्या बीमारी है?

कोर्ट में पेश जोधपुर एम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, आसाराम को कोरोनरी धमनी की बीमारी है, जिसके लिए वह "उच्च जोखिम वाली श्रेणी" में आता है। इन रिपोर्टों के अनुसार, आसाराम को विशेष नर्सिंग देखभाल, करीबी निगरानी, ​​एंडोक्राइनोलॉजिस्ट और नेफ्रोलॉजिस्ट से नियमित परामर्श की आवश्यकता है। आसाराम के वकील के अनुसार, आसाराम के कई मेडिकल टेस्ट किए गए हैं और सभी विशेषज्ञों की सलाह और रिपोर्ट में कम से कम एक बात समान है कि यह एक घातक स्थिति है। उन्होंने जोर देकर कहा कि आवेदक की हालत या स्वास्थ्य बिल्कुल भी अच्छा नहीं है।