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Jodhpur मोर्चरी में जान गंवाने वाली मां का शव, नवजात बेटी को नानी को सौंपा

 
Jodhpur मोर्चरी में जान गंवाने वाली मां का शव, नवजात बेटी को नानी को सौंपा
जोधपुर न्यूज़ डेस्क, जोधपुर  सूरसागर थानान्तर्गत चोपड़ से जैसलमेर रोड पर तेज रफ्तार व लापरवाही से आए तेल टैंकर से मृत प्रसूता का शव शुक्रवार को दूसरे दिन भी महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी में रखा रहा। मौत से पहले दुर्घटनास्थल पर ही जन्म देने वाली मासूम बेटी को जांच के बाद चिकित्सकों ने नानी को सौंप दिया। घायल पति को सरकारी नौकरी व 50 लाख मुआवजे की मांग को लेकर परिजन व समाज के लोगों ने शव नहीं उठाया और मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए। उन्होंने मोर्चरी के बाहर रास्ता भी रोका।

पुलिस के अनुसार कागा में सुनारों की बगेची के पास निवासी निशा (25) पत्नी कैलाश मेघवाल, अपने पति कैलाश, पुत्र मयंक (6) व भांजी लक्षिता (10) के साथ गुरुवार को 5वीं रोड पर लाला लाजपतराय कॉलोनी स्थित पीहर गई थी। निशा गर्भवती थी। भाई को राखी बांधने के बाद चारों मोटरसाइकिल पर केरू के लिए रवाना हुए थे, जहां धर्म भाई को राखी बांधनी थी। सूरसागर में चोपड़ से जैसलमेर रोड पर पहुंचे तो सामने से तेज रफ्तार व लापरवाही से आए टैंकर ने बाइक को चपेट में ले लिया था। चारों बाइक से नीचे गिर गए थे। टैंकर का टायर निशा के ऊपर से निकल गया था। जिससे उसकी मौत हो गई थी, लेकिन जान गंवाने से पहले उसने प्रसव से बच्ची को मौके पर ही जन्म दे दिया था। एएसआइ सूरताराम ने बताया कि मृतका के भाई श्यामलाल की ओर से टैंकर चालक के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है। टैंकर जब्त है और चालक फरार है।

पुलिस का कहना है कि गर्भवती का दुर्घटनास्थल पर ही प्रसव हो गया था। नवजात बेटी को उम्मेद अस्पताल में भर्ती रखा गया था। जांच के बाद वह सकुशल है। हालत खतरे से बाहर होने पर उसे नानी को सौंप दिया गया। हादसे के बाद परिजन व समाज के लोगों में रोष व्याप्त है। उन्होंने शव उठाने से इनकार कर दिया। वे मृतका के पति को सरकारी नौकरी व आश्रित को 50 लाख रुपए मुआवजे की मांग कर रहे हैं। वे मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठे हैं। गुस्साए लोगों ने दोपहर में मोर्चरी के बाहर रास्ता रोक दिया और नारेबाजी की। रात को एसडीएम मोर्चरी पहुंचे और वार्ता की। फिलहाल शव मोर्चरी में रखा है।