Jodhpur राज्य में कपास की खेती का रकबा 33 प्रतिशत घटा
जोधपुर न्यूज़ डेस्क, जोधपुर प्रदेश के किसानों का प्रमुख नकदी फसलों में शामिल कपास को लेकर मोह भंग हो रहा है। आंकड़ों से समझें तो प्रदेश में इस बार कपास बुवाई का रकबा 33 प्रतिशत घटकर गत पांच वर्षों की औसत बुवाई का 67 प्रतिशत रह गया है। इस बार भी प्रदेश के प्रमुख कपास उत्पादक क्षेत्रों में बुवाई कम हुई है। गत वर्ष की बुवाई से तुलना में कपास की इस बार केवल 64 प्रतिशत ही बुवाई हुई है। जोधपुर-फलोदी में भी करीब 20 हजार हेक्टेयर रकबा घटा है। कृषि विभाग की ओर से 24 जुलाई को जारी खरीफ सीजन की फसल बुवाई के आंकड़ों के अनुसार गत वर्ष 22 जुलाई 2023 तक 6.34 लाख हेक्टेयर की बुवाई हुई थी। यह कुल बुवाई बढ़कर 7.78 लाख तक पहुंची थी, लेकिन इस बार 22 जुलाई तक 5.03 लाख हेक्टेयर में ही बुवाई हो पाई है। कृषि विभाग का इस बार का बुवाई लक्ष्य 7.50 लाख हेक्टेयर था। इस बुवाई लक्ष्य को भी आधार माने तो अब तक 33 प्रतिशत बुवाई कम हुई है। जोधपुर में 80 हजार हेक्टेयर में से 60 हजार हैक्टेयर में बुवाई हुई है।
जोधपुर जिले में बुवाई
लक्ष्य- 80 हजार हेक्टेयर।
बुवाई - 60 हजार हेक्टेयर।
प्रदेश में प्रमुख कपास उत्पादक जिले
जिला बुवाई रकबा
श्रीगंगानगर 2.28
हनुमानगढ़ 2.20
जोधपुर 0.84
नागौर 0.78
अलवर 0.45
बीकानेर 0.40
भीलवाड़ा 0.30