120 करोड़ के खर्च में पाली से जोधपुर तक बिछाई जाएगी CNG-PNG पाइपलाइन, जानिए कबतक पूरा होगा काम ?

राजस्थान में हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने और प्राकृतिक गैस की आपूर्ति को सुगम बनाने के लिए बड़ा कदम उठाया गया है। पाली जिले के मारवाड़ जंक्शन से जोधपुर के काकानी तक 8 इंच व्यास की स्टील स्पर पाइपलाइन बिछाने को मंजूरी मिल गई है। 83 किलोमीटर लंबी इस पाइपलाइन पर 120 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसके लिए जीएसपीएल इंडिया गैसनेट और एजीएंडपी के बीच करार हुआ है।
मुख्यमंत्री की पहल पर मिली मंजूरी
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार ने पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस विनियामक बोर्ड (पीएनजीआरबी) से लगातार आग्रह किया, जिसके बाद इस परियोजना को मंजूरी मिल गई है। मुख्यमंत्री ने सीएनजी और पीएनजी की उपलब्धता बढ़ाने, वैट दरों को कम करने और आधारभूत ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।
क्या होगा फायदा?
पाली से जोधपुर तक गैस की आपूर्ति की जाएगी, जिससे सीएनजी और पीएनजी की उपलब्धता बढ़ेगी। अभी तक जोधपुर, जैसलमेर और बाड़मेर तक 675 किलोमीटर दूर से क्रायोजेनिक टैंकरों के जरिए गैस पहुंचानी पड़ती थी। इस पाइपलाइन से गैस परिवहन का समय और लागत कम होगी। प्रदेश में घरेलू पाइपलाइन कनेक्शन और सीएनजी स्टेशनों का तेजी से विस्तार होगा।
24 से 30 महीने में पूरा होगा काम
निदेशक पेट्रोलियम अजय शर्मा ने बताया कि पाइपलाइन बिछाने का काम जल्द शुरू होगा और इसे 24 से 30 महीने में पूरा करने का लक्ष्य है। सरकार ने सीएनजी-पीएनजी इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने और गैस आपूर्ति को सुगम बनाने के लिए संस्थाओं और संबंधित विभागों के बीच समन्वय बढ़ाने पर जोर दिया है। इस परियोजना से जोधपुर और आसपास के क्षेत्रों को स्वच्छ और सस्ती ऊर्जा मिलेगी, जिससे पर्यावरण संरक्षण और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।