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सीबीआई ने शुरू की जोधपुर अनीता मर्डर केस की जांच, वीडियो में जाने पूरा मामला

 
सीबीआई ने शुरू की जोधपुर अनीता मर्डर केस की जांच, वीडियो में जाने पूरा मामला 

जोधपुर न्यूज़ डेस्क, जोधपुर में चर्चित ब्यूटीशियन अनीता चौधरी मर्डर केस की जांच सीबीआई ने शुरू कर दी है। पिछले साल 30 अक्टूबर 2024 को सामने आए इस हत्याकांड से जुड़े 5 सवाल हैं जिनके जवाब सीबीआई ढूंढ रही है।सबसे बड़ा आरोप 10 लाख की सुपारी देकर मर्डर करवाने का है। वहीं, अनीता चौधरी की सहेली की भूमिका पर भी संदेह है।बुधवार को सीबीआई टीम जोधपुर पहुंची और पुलिस के अधिकारियों से केस हिस्ट्री कब्जे में ली।अनीता चौधरी के पति और बेटे से भी सीबीआई पूछताछ कर सकती है। एजेंसी की एफआईआर में प्रोपर्टी डीलर तैयब अंसारी और अनीता की सहेली सुनीता को भी आरोपी बनाया गया है।

सीबीआई के सामने सबसे बड़े 5 सवाल

सवाल-1 : नामजद होने से पहले तैयब अंसारी को कस्टडी में लेकर पूछताछ क्यों हुई?पति मनमोहन चौधरी ने अनीता चौधरी के 27 अक्टूबर को पार्लर से निकलने के बाद लापता होने के संबंध में रात को सरदारपुरा थाने में गुमशुदगी रिपोर्ट दी थी। पुलिस ने इसे 28 अक्टूबर को दर्ज किया।परिवादी ने पुलिस को मौखिक रूप से भी सिर्फ सुनीता उर्फ सुमन का फोन आने के बारे में बताया था, लेकिन उस पर भी कोई शक नहीं जताया था।30 अक्टूबर को गुलामुद्दीन की पत्नी आबेदा को थाने बुलाया। उसने अनीता की हत्या किए जाने की बात कही। इस पर पुलिस टीम आबेदा को लेकर गुलामुद्दीन के घर पहुंची। पीड़ित परिवार के अनुसार लगभग इसी समय शास्त्री नगर पुलिस ने प्रोपर्टी कारोबारी तैयब अंसारी को भी थाने बुलाया। वहां से उसे सरदारपुरा पुलिस के हवाले कर दिया गया।इससे पहले तक तो सरदारपुरा थाने में हत्या की एफआईआर ही दर्ज नहीं हुई थी। उससे पहले तैयब अंसारी को हिरासत में लेने को लेकर उठ रहे सवाल का जवाब परिवार को नहीं मिल रहा है।

सवाल-2 : पुलिस ने 1 महीने की सीडीआर क्यों नहीं निकाली?

पीड़ित परिवार ने पुलिस से तैयब अंसारी की एक महीने की कॉल डिटेल्स जांच करने का आग्रह किया था। लेकिन जोधपुर पुलिस ने सिर्फ 26 अक्टूबर की सुबह 7:43 बजे से 30 अक्टूबर की दोपहर 12:31 बजे तक की ही यानी सिर्फ 100 घंटे में हुई कॉल डिटेल्स चार्जशीट में लगाई।अब तैयब अंसारी के नामजद होने से पहले ही उसे पुलिस द्वारा किस आधार पर हिरासत में लिया गया, इससे पहले उसका किस-किस से संपर्क हुआ, उन सवालों के जवाब भी अब सीबीआई को ढूंढना है।

सवाल- 3 : तैयब अंसारी की मर्डर में भूमिका क्या है?

इस मर्डर केस में पुलिस पर मनमर्जी करने के भी आरोप लगे हैं। जांच को लेकर बने दबाव के बाद पुलिस ने इस मामले में चार्जशीट पेश कर सिर्फ गुलामुद्दीन और उसकी पत्नी को ही आरोपी माना था।जिसमें हत्या का मकसद सिर्फ लूट के लिए बताया था। लेकिन सीबीआई ने अपनी एफआईआर में तैयब अंसारी को भी नामजद किया है। ऐसे में अब सीबीआई की जांच में अंसारी की भूमिका से जुड़े सवाल का जवाब सामने आने की उम्मीद परिजनों को है।

सवाल-4 : क्या तैयब ने 10 लाख में मर्डर की सुपारी दी?

अनीता चौधरी के पति का आरोप है कि तैयब अंसारी ने गुलामुद्दीन से मर्डर करवाने के लिए अनीता की 10 लाख की सुपारी दी थी। इसके 7 लाख एडवांस का आरोप भी लगाया था। सीबीआई के सामने इस सवाल का जवाब ढूंढना भी चुनौती है।

सवाल-5 : मृतका व हत्याकांड से जुड़े संदिग्ध आरोपियों के कॉल डिटेल्स चार्जशीट में शामिल क्यों नहीं?

पुलिस की चार्जशीट में सिर्फ तैयब अंसारी के मोबाइल पर 100 घंटे की सीडीआर ही लगाई। मृतका के मोबाइल पर कब-कब, किस-किस से बातचीत हुई? उसकी कोई जानकारी शामिल नहीं की गई है।गुलामुद्दीन मर्डर करने के बाद जोधपुर से फरार हो गया। इसके बाद वो फिर जोधपुर लौटा और दुबारा जोधपुर से निकल गया। इस दरम्यान वह जोधपुर में किस-किस से मिला? इस सवाल का जवाब भी पुलिस द्वारा पेश की गई चार्जशीट में नहीं मिला है।

बहन से कहा – सुमन के साथ हूं...

पुलिस की जांच के दौरान मृतका अनीता की बड़ी बहन मीनाक्षी ने बताया कि 27 अक्टूबर की शाम करीब 4 बजे अनीता से बात हुई थी। तब अनीता ने खुद को सुनीता उर्फ सुमन के साथ होना बताया और किसी काम की बात कहते हुए कहा कि थोड़ी देर बाद तसल्ली से बात करुंगी। हैरानी की बात तो ये भी है कि एक तरफ सुनीता उर्फ सुमन अपनी खास सहेली अनीता के बारे में चिंता जताते हुए मनमोहन चौधरी को बार-बार कॉल करती रही। वहीं, अनीता खुद उसके साथ होना बताती रही।

तैयब अंसारी के साथ वर्ष 2010 से पैसों का लेनदेन

मनमोहन चौधरी ने कोर्ट को बताया था कि तैयब अंसारी और अनीता का प्रोपर्टी बिजनेस को लेकर 2010 से ही पैसों का लेनदेन हो रहा था।ऐसा ही एक बैंक स्टेटमेंट 23 अप्रैल 2010 का मिला, जिसमें तैयब अंसारी के खाते में ढाई लाख और उसकी पत्नी आबिदा बेगम के खाते में भी ढाई लाख रुपए ट्रांसफर हुए थे।ऐसे में सीबीआई यह भी पता लगाने का प्रयास करेगी कि पीड़ित परिवार द्वारा रोहट और पाली जिले में ही सोजत रोड क्षेत्र में जमीनों की बड़ी डील की वजह से तो कहीं अनीता की हत्या नहीं की गई है?