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Jodhpur राजस्थान में लीवर ट्रांसप्लांट का प्रमुख केंद्र बना एम्स जोधपुर, 12 सफल ट्रांसप्लांट

 
Jodhpur राजस्थान में लीवर ट्रांसप्लांट का प्रमुख केंद्र बना एम्स जोधपुर, 12 सफल ट्रांसप्लांट

जोधपुर न्यूज़ डेस्क, जोधपुर  एम्स जोधपुर पूरे राजस्थान में लिवर ट्रांसप्लांट का एक प्रमुख सेंटर बन चुका है। यहां 2 साल में 12 लिवर ट्रांसप्लांट किए जा चुके हैं। अपनी इस उपलब्धि पर एक प्रेस नोट जारी कर एम्स प्रशासन ने बताया कि इनमें 7 जीवित दाताओं से और 5 ब्रेन-डेड दाताओं से लिए गए लिवर प्रत्यारोपण शामिल हैं। सर्जिकल गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के अतिरिक्त प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष डॉ. वैभव कुमार वार्ष्णेय ने बताया कि लिवर ट्रांसप्लांट की शुरूआत में दिल्ली के आईएलबीएस संस्थान के प्रो. वी पमेचा की टीम का सहयोग मिला। फिर हाल में किए तीन ट्रांसप्लांट पूरी तरह एम्स जोधपुर की टीम ने ही किए। इस टीम में डॉ. वैभव वार्ष्णेय, डॉ. सुभाष सोनी, डॉ. बी सेल्वकुमार, डॉ. पीयूष वार्ष्णेय, और डॉ. लोकेश अग्रवाल शामिल हैं। वहीं, एनेस्थिसियोलॉजी टीम में डॉ. प्रदीप भाटिया, डॉ. मनोज कमल, डॉ. निखिल कोठारी और डॉ. अंकुर शर्मा ने अहम भूमिका निभाई।

ये कार्यक्रम लिवर और किडनी रोगियों के लिए नई उम्मीद: डॉ. पुरी

एम्स जोधपुर के कार्यकारी निदेशक डॉ. गोवर्धन दत्त पुरी ने कहा कि संस्थान का स्वतंत्र लिवर ट्रांसप्लांट कार्यक्रम न केवल चिकित्सा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि गंभीर लिवर और किडनी रोगों से जूझ रहे मरीजों के लिए नई उम्मीद लेकर आया है। चिकित्सा अधीक्षक, डॉ. महेश देवनानी ने कहा कि एम्स जोधपुर रोगियों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।