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Jodhpur से जगन्नाथपुरी के बाद अब रामेश्वरम तक चल रही पैदल यात्रा अंतिम चरण में

 
Jodhpur से जगन्नाथपुरी के बाद अब रामेश्वरम तक चल रही पैदल यात्रा अंतिम चरण में

जोधपुर न्यूज़ डेस्क, जोधपुर से जगन्नाथपुरी व रामेश्वरम के लिए निकली पैदल यात्रा अब अंतिम चरण में हैं। श्री दिगम्बर नागराज पुरी महाराज के सानिध्य में चल ये यात्रा अब तमिलनाडु राज्य में पहुंच चुकी है। यात्रा 16 फरवरी तक रामेश्वरम पहुंचेगी। यात्रा जोधपुर से 24 दिसम्बर को रवाना हुई थी जो 28 दिन और 19 घंटे में करीब दो हजार किलोमीटर का पैदल सफर तय कर 21 जनवरी को जगन्नाथपुरी धाम पहुंची थी। यहां से रामेश्वरम के लिए रवाना हुई थी। केसरसिंह ने बताया कि सनातन धर्म के प्रचार व युवाओं को संस्कारों व हिंदु संस्कृति के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से जोधपुर के पंचकुंड स्थित श्रीऔघड़नाथ महादेव पर्यावरण विकास संस्थान के बैनर तले जुना अखाड़े के श्री दिगम्बर नागराज पुरी के सानिध्य में यह यात्रा रवाना हुई थी। यात्रा का जगह जगह पर स्वागत किया जा रहा है। दक्षिण के राज्यों में पहुंचने पर मारवाड़ के प्रवासियों ने उत्साह के साथ पलक पांवड़े बिछाते हुए यात्रा में शामिल हुए।

यात्रा में संध्या के समय संतों के आरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं।

24 दिसम्बर को हुई थी रवाना

यात्रा पंचकुंड नाग पहाड़ स्थित श्री ओगड़नाथ महादेव मंदिर पर्यावरण विकास समिति संस्थान के बैनर तले दिगंबर नागराज पुरी के सान्निध्य में रवाना हुई। पहला पड़ाव कापरड़ा था। इसके बाद निंबाज फिर कोटड़ा और फिर भीलवाड़ा, छबड़ा से मध्यप्रदेश की सीमा में प्रवेश किया। यहां गुना जिले के राघवगढ़, जबलपुर, पाटन, बरपाली व खौरधा से होती हुई जगन्नाथपुरी धाम यात्रा पहुंची। गोवर्धन मठ सहित अन्य मंदिरों के दर्शन किए। 23 जनवरी से यह यात्रा रामेश्वरम् के लिए रवाना हुई थी।

35 दिन में चारधाम यात्रा

ओगड़नाथ महादेव मंदिर पर्यावरण समिति ने पिछले साल 35 दिन में चार धाम की पैदल यात्रा की थी। इससे पहले 2021 में पैदल यात्रा जत्था जोधपुर से द्वारका गया था। यात्रा 16 दिन और 2 घंटे में यात्रा को पूरा किया।