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Jodhpur जीआई टैग मिलने के बाद जोधपुर की मोजड़ी अंतरराष्ट्रीय बाजार में छाएगी

 
Jodhpur जीआई टैग मिलने के बाद जोधपुर की मोजड़ी अंतरराष्ट्रीय बाजार में छाएगी

जोधपुर न्यूज़ डेस्क,  जोधपुर की लेदर मोजड़ी की अब अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहचान बनेगी। जोधपुर के लेदर हैंडीक्राफ्ट मोजड़ी (जूती उद्योग) को जियोग्राफिकल इंडिकेशन टैग (जीआई टैग) जल्द मिल सकता है। इसकी प्रक्रिया अंतिम दौर में है। इसके साथ ही ये उत्पाद बौद्धिक संपदा अधिकार में शामिल हो जाएगा। इससे जोधपुर के लेदर हैंडीक्राफ्ट मोजड़ी के अंतरराष्ट्रीय ब्रांड बनने का रास्ता खुल जाएगा और यहां के आर्टिजंस की बनाई हुई मोजड़ियों को निर्यात मार्केट में बढ़ावा मिल सकेगा।

राजघरानों के दौर से इन्हें जूतियों के नाम से जाना जाता है। जोधपुर हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन व ग्राम विकास सेवा संस्था की संयुक्त रूप से वर्ष 2021 में केंद्र सरकार की टेक्सटाइल कमेटी एवं जोधपुर कार्यालय विकास आयुक्त वस्त्र मंत्रालय के सहयोग से इसे जीआई टैग के लिए आवेदन किया गया था। जोधपुर की लेदर मोजड़ी का फिलहाल घरेलू बाजार में ही ज्यादा उपयोग लिया जा रहा है। आंकड़ों के अनुसार इसका बाजार करीब 20 करोड़ रुपए का है।

बौद्धिक संपदा अधिकार का एक रूप है जीआई टैग

जीआई टैग बौद्धिक संपदा अधिकार का एक रूप है, जो एक विशिष्ट भौगोलिक स्थान से उत्पन्न होने वाले व उस स्थान से जुड़ी विशिष्ट प्रकृति और विशेषताओं वाले सामान की पहचान को सुनिश्चित करता है। जोधपुर की जूतियों को जीआई टैग मिल जाए तो सरकार की ओर से इसे अंतरराष्ट्रीय ब्रांड बनाने व आर्टिजंस को ऑर्डर्स दिलवाने के प्रयास किए जा सकेंगे। इसका लाभ जोधपुर के सभी लेदर व्यवसायियों को होगा।