भूखंड के फर्जी दस्तावेज बनाकर अवैध बिक्री करने वाला आरोपी गिरफ्तार
चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना पुलिस ने भूखंड से जुड़े एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा करते हुए कूटरचित दस्तावेज और फर्जी आम मुख्तयारनामा तैयार कर अवैध रूप से भूखंड का बेचान करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस की इस कार्रवाई से रियल एस्टेट से जुड़े फर्जीवाड़ों पर शिकंजा कसने में अहम सफलता मिली है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार आरोपी ने सुनियोजित तरीके से भूखंड के असली मालिक के नाम से कूटरचित दस्तावेज तैयार किए। इसके बाद फर्जी आम मुख्तयारनामा बनाकर खुद को अधिकृत व्यक्ति दर्शाया और भूखंड को अवैध रूप से किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिया। इस पूरे मामले में आरोपी ने दस्तावेजों की बारीकी से नकल करते हुए सरकारी रिकॉर्ड की हूबहू नकल पेश की, जिससे खरीदार को भी धोखे में रखा जा सके।
मामले का खुलासा तब हुआ जब भूखंड के वास्तविक मालिक को अपने प्लॉट से संबंधित गतिविधियों की जानकारी मिली। जांच करने पर पता चला कि उसके नाम से बिना अनुमति के बेचान की प्रक्रिया पूरी कर दी गई है। इसके बाद पीड़ित ने चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू की।
जांच के दौरान पुलिस ने रजिस्ट्रार कार्यालय से संबंधित दस्तावेजों की पड़ताल की और तकनीकी व दस्तावेजी साक्ष्यों को खंगाला। जांच में सामने आया कि प्रस्तुत किए गए आम मुख्तयारनामा और अन्य कागजात पूरी तरह फर्जी थे। पुलिस ने दस्तावेज तैयार करने वाले व्यक्ति की पहचान करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया।
थानाधिकारी ने बताया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है और यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि उसने यह फर्जीवाड़ा अकेले किया या इसमें किसी गिरोह की भूमिका भी है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि आरोपी ने इससे पहले भी इसी तरह की अन्य वारदातों को अंजाम दिया है या नहीं। मामले में रजिस्ट्रार कार्यालय या अन्य कर्मचारियों की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है।
पुलिस का कहना है कि आरोपी के पास से फर्जी दस्तावेज, स्टांप पेपर और अन्य महत्वपूर्ण कागजात बरामद किए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए जब्त कर लिया गया है। आगे की कार्रवाई में आरोपी को न्यायालय में पेश कर रिमांड की मांग की जाएगी, ताकि पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके।
इस घटना के बाद पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि किसी भी भूखंड या संपत्ति की खरीद से पहले सभी दस्तावेजों की गहन जांच करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि इस तरह के फर्जीवाड़ों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
